मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय-पंचायत चुनाव होने वाले हैं जिनके लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों की तैयारियां चल रही हैं। भाजपा में आज बैठकों का दौर चला तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मतपत्रों से चुनाव की मांग कर दी है। कमलनाथ की इस मांग पर भाजपा ने निशाना साधा है कि कांग्रेस के पास जनता तो है नहीं। इसलिए वह मतपत्र की ही बात करेंगे।
नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा में चुनाव संचालन समिति और चुनाव प्रबंध समिति की दो बैठकें हुईं। बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में हुई इन बैठकों में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव व सह प्रभारी पकंजा मुंडे शामिल हुईं। इसमें चुनाव की रूपरेखा तैयार की गई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि 17 मई को सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, उसका सम्मान किया जाएगा। चुनाव के लिए भाजपा तैयार है।
मतपत्र-ईवीएम पर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में ईवीएम या मतपत्र के इस्तेमाल को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि चुनाव में ईवीएम से भाजपा के 300 सीटें जीतती है। ईवीएम का यूरोप, अमेरिका और जर्मनी में चुनाव में उपयोग नहीं की जाती है और इसीलिए चुनाव मतपत्र से ही कराए जाने चाहिए। कमलनाथ के इस बयान के बाद भाजपा आक्रामक हुई है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के पास जनता तो है नहीं तो उसकी मजबूरी है कि वह मतपत्र की ही बात करेगी। चुनाव जनता जीताती है, मतपत्र से चुनाव नहीं जीते जाते हैं। भाजपा के चुनाव संचालन समिति के प्रमुख उमाशंकर गुप्ता ने भी कहा कि कांग्रेस जब चुनाव हारती है तो ईवीएम पर सवाल उठाती है। जीतने पर ईवीएम अच्छी हो जाती है।