समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को चौपट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अस्पतालों में हद दर्जे की लापरवाही हो रही है। अखिलेश ने रविवार को जारी बयान में कहा कि लाखों की दवाएं कूड़े के ढेर में जा रही हैं। गरीब बिना दवा और बिना इलाज के दम तोड़ रहे हैं। सरकार के लोग इस सबसे बेफिक्र बस अपनी यशगाथा सुनाने में ही लगे रहते हैं। संजीवनी 108 एंबूलेंस सेवा को धक्कामार बना दिया गया है। एंबूलेंस चालकों को सरकार के अहंकार और अन्याय की वजह से अपने जीवन में तकलीफें झेलनी पड़ रही हैं। तमाम चालकों की नौकरी जाने से परिवार दाने-दाने को मोहताज हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मरीजों के साथ उपेक्षापूर्ण व्यवहार आम बात हो गई है। मौसम के उतार चढ़ाव से बुखार और डायरिया से पीड़ित बच्चों को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है। बेड की कमी दिखाकर जमीन पर बच्चों को लिटाकर इलाज हो रहा है। पांच साल में 10 हजार अग्निकांडों के बावजूद लखनऊ में केवल दो अस्पतालों में बर्न यूनिट और 75 बेड है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा के पीछे भाजपा सरकार की पूंजीपरस्त नीति है। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी है। सरकार पैसे वालों की जिंदगी खुशहाल बनाने के सभी इंतजाम करने में लगी है और गरीब राम भरोसे जिंदगी जीने को मजबूर है।