राजस्थान के उदयपुर में आज कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर के बीच सीएम गहलोत की सोनिया गांधी संग तस्वीर सोशल मीडिया पर छाई हुई है। इस तस्वीर में अशोक गहलोत सोनिया गांधी के ठीक बगल में बैठे हैं। सीएम गहलोत सियासी पैगाम देते हुए दिखाई दे रहे हैं। डिनर टेबल पर सोनिया गांधी और अशोक गहलोत की नजर आ रहे हैं। शनिवार को सीएम गहलोत विक्ट्री साइन के जरिए इशारा करते हुए नजर आए थे। आज रविवार सुबह सोनिया गांधी और अशोक गहलोत की यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी। गहलोत गुट के विधायक एवं समर्थक इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर जमकर शेयर कर रहे हैं। सोनिया संग गहलोत की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रही है।
पायलट समर्थकों को इसलिए रास आई यह तस्वीर
सोनिया संग सीएम गहलोत की जो तस्वीर शेयर की जा रही है वह पायलट गुट के विधायकों एवं समर्थकों भी खूब रास आ रही है। पायलट समर्थक नेताओं का कहना कि सोनिया गांधी ने उनके नेता सचिन पायलट को पूरा सम्मान दिया है। तस्वीर में भले ही सीएम गहलोत सोनिया संग बैठ हुए दिखाई दे रहे हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। क्योंकि सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी की सर्वमान्य नेता है। पायलट गुट से जुड़े एक विधायक का कहना है कि सीएम गहलोत की सोनिया गांधी संग तस्वीर को पायलट के समर्थक भी सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि चिंतन शिविर के पहले दिन सीएम गहलोत बस में एक ही सीट पर राहुल गांधी संग बैठकर होटल के लिए रवाना हुए थे। पायलट समर्थकों को यह तस्वीर रास नहीं आई। इसके जवाब में पायलट समर्थकों ने आज सोनिया गांधी संग पायलट की तस्वीर को सोशल मीडिया पर जमकर शेयर कर रहे हैं। इससे पहले राहुल गांधी संग गहलोत की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब शेयर की गई। हालांकि, राहुल संग गहलोत की यह तस्वीर पायलट गुट को रास नहीं आई। इसके जवाब में पायलट समर्थकों ने आज सोनिया संग पायलट की तस्वीर को सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया। चिंतन शिविर का निचोड़ कुछ भी निकले, लेकिन गहलोत और पायलट के समर्थक तस्वीरों को शेयर कर एक-दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं।
दोनों नेताओं के समर्थकों में जारी है जुबानी जंग
उल्लेखनीय है कि राजस्थान की राजनीति में गहलोत और पायलट की अदावत किसी से छिपी नहीं हुई है। वर्ष 2020 में पायलट गुट की बगावत के बाद से ही दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच जुबानी जंग जारी है। सीएम गहलोत बार-बार उनकी सरकार को अस्थिर करने का बयान देकर पायलट गुट पर निशाना साधते रहे हैं। जबकि पायलट समर्थक सरकार विरोधी बयान देकर गहलोत पर हमला बोलते रहे हैं। हालांकि, बगावत के बाद सचिन पायलट मौन रहते हैं। पायलट समर्थकों की मांग है कि सचिन पायलट को सीएम बनाया जाए। जबकि गहलोत समर्थक नेतृत्व परिवर्तन के खिलाफ है। हाल में गहलोत समर्थक यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने पायलट पर सीएम बनने की खबरें मीडिया में छपने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने किरोड़ीलाल पर दिए धमाल पट्टी वाले बयान पर इशारों में सीएम गहलोत पर निशाना साधा था।