ज्ञानवापी प्रकरण में शृंगार गौरी सहित अन्य विग्रहों की वस्तुस्थिति जानने के लिए आज फिर सर्वे शुरू होगा। कोर्ट से मिली फटकार के बाद जिला प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। सुबह आठ बजे से 12 बजे तक सर्वे होना है। इससे पहले ही ज्ञानवापी जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है। केवल शव वाहन और स्कूली गाड़ियों को इजाजत है। विश्वनाथ मंदिर के दर्शनार्थियों को भी मस्जिद के पास वाले गेट से इंट्री के बजाय गोदौलिया की तरफ ढूंढीराज गली से प्रवेश दिया जा रहा है। इस बार मीडिया को भी ज्ञानवापी से 100 मीटर पहले रोक दिया गया है।
यह सर्वे पांच दिन बाद दोबारा चालू होगा। इस बार कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र के साथ विशेष कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह और सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह भी रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक कमीशन की कार्यवाही मस्जिद के पश्चिमी हिस्से से शुरू होगी। सर्वे के दौरान पीछे की दीवार की स्थापत्य शैली, कलाकृतियां आदि देखी जाएंगी। यह कार्यवाही रोज सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेगी। तीनों कोर्ट कमिश्नर ने सभी सम्बंधित पक्षों को नोटिस जारी कर कमीशन की कार्यवाही से अवगत करा दिया है। रविवार को नमाजस्थल और सोमवार को तहखाने का ताला खोलकर कमीशन की कार्यवाही होगी।
उल्लेखनीय है कि ज्ञानवापी परिसर का सर्वे छह मई को शुरू हुआ था। कोर्ट कमिश्नर ने सभी पक्षकारों के साथ मस्जिद के पश्चिम शृंगार गौरी की वस्तुस्थिति देखने के साथ वहां चबूतरा और दीवारों की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी कराई थी। बाद में मस्जिद में प्रवेश के विरोध पर सर्वे टाल दिया गया था। अगले दिन भी प्रवेश नहीं मिला और सर्वे पर सवाल उठाते हुए कोर्ट में कमिश्नर को बदलने की अर्जी दाखिल की गई। चार दिन की लम्बी बहस के बाद गुरुवार को अदालत ने बिना कोर्ट कमिश्नर बदले कमीशन की कार्यवाही जारी रखने का आदेश दिया। कोर्ट कमिश्नर ने शनिवार को कमीशन की कार्यवाही शुरू होने के दौरान सभी पक्षों से उपस्थित रहने का अनुरोध किया है। वहीं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि कमीशन की कार्यवाही में प्रशासन पूरी तरह मदद करेगा। कमिश्नर की मांग पर पूरा सहयोग होगा। जो भी बाधा आएगी, उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत दूर किया जाएगा।