दिल्ली के मुंडका इलाके में तीन मंजिला गोदाम में शुक्रवार शाम को भीषण आग लग गई। इस घटना में एक महिला की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हो गये। पुलिस ने सभी घायलों को संजय गांधी स्मारक अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने आफिस के मालिक को हिरासत में ले लिया है। खबर लिखे जाने तक आग बुझाने का काम जारी था।
जानकारी के अनुसार मेट्रो पिलर संख्या 544 के पास रोहतक रोड पर पांच सौ वर्ग गज में तीन मंजिला इमारत स्थित है जिसकी पहली मंजिल पर सीसीटीवी कैमरे एवं राउटर बनाने वाली कम्पनी का आफिस है। जबकि अन्य मंजिल पर दूसरी फर्मों के आफिस हैं जिसमें 70 के करीब लोग काम करते हैं। बताया जाता है कि 4.35 बजे इमारत की पहली मंजिल से तेजी से धुआं निकलने लगा। फिर धुआं पूरी इमारत में भर गया।
बचाव टीम ने 60 लोगों को निकाला
मौके पर पुलिस, दमकल, डीडीएमए एवं कैट्स की टीम पहुंच गई। बचाव दल ने इमारत के शीशे तोड़े और पहली मंजिल पर जमा लोगों को निकाला शुरू किया। इसके लिए क्रेन एवं रस्सी का सहारा लिया गया। उधर, आग बड़ी तेजी से पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले जाती रही थी। दमकल को 24 गाड़ियों को आग बुझाने के काम में लगाना पड़ा। बचाव कार्य के दौरान कुछ लोग घायल भी हुए। बचाव दल ने इमारत के बाहरी हिस्से में मौजूद सभी लोगों को बाहर निकाल लिया। दमकल को गली मेंं एक महिला का शव पड़ा मिला है। माना जा रहा है कि बचने की कोशिश में इमारत से गिरनेसे महिला की मौत हुई है। वहीं पुलिस ने तीन घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। वहीं मृतका की पहचान नहीं हो पाई है।
ड्रोन से ली गई मदद तीन घंटे में आग पर पाया काबू
आग की भयावहता को देखते हुए दमकल विभाग को ड्रोन कैमरे की मदद ली गई। ड्रोन से मिली तस्वीरों और वीडियो के आधार पर दमकल ने आग वाली जगहों कोलक्ष्य बनाया। इसके बाद करीब आठ बजे आग पर काबू पा लिया गया लेकिन आग बुझी नहीं थी। दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया कि आग बुझाने के बाद इसके ठंडे होने का इंतजार किया जाएगा। इसके साथ ही कूलिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। फिर बचाव कार्य शुरू किया जायेगा।
दमकल से बिना अनापत्ति प्रमाणपत्र के चल रही थी इमारत
जांच में मालूम हुआ कि इस पूरी इमारत को अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिला था। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रहीहै। उसने आफिस के मालिक को हिरासत में ले लिया है। वहीं इमारत के मालिक मनीष लाकड़ा से भीपूछताछ की जाएगी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के आधार पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
अस्पताल तक बनाया गया ग्रीन कारिडोर
चूंकि हादसा मुख्य मार्ग पर हुआ था। बचाव कार्य चलने की वजह से पूरे इलाके में जाम लग गया। ट्रैफिक पुलिस जाम खुलवाने में जुट गई। इस बीच इमारत से निकलने वाले घायलों को अस्पताल लेने जाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने ग्रीन कारिडोर बनाया। यह कारिडोर मुंडका से संजय गांधीअस्पताल तक बनाया गया था।इसकी वजह से घायलों को एम्बुलेंस बिना किसी ट्रैफिक जाम के अस्पताल तक पहुंच सकी। फिलहाल देर रात तक ट्रैफिक पुलिस यातायात व्यवस्था बनाए रखने में लगी थी।