बचपन में हुए उत्पीड़न से एक किशोर पर इतना बुरा असर पड़ा कि वह बच्चों की हत्याएं करने लगा। दो साल पहले एक बच्चे की हत्या में बाल सुधार गृह भेजे गए किशोर ने लौटने के बाद शुक्रवार रात छह वर्षीय बच्ची की जान ले ली। यह वारदात उसने गुरुग्राम के आईएमटी मानेसर थाना क्षेत्र में उस वक्त की, जब बच्ची दुकान पर सामान लेने गई थी। बच्ची का शव घर के पास ही एक खेत में लहूलुहान हालत में मिला।
बच्ची की हत्या को लेकर परिजनों ने पास में रहने वाले किशोर के खिलाफ आईएमटी मानेसर थाना पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने शक के आधार पर किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में किशोर ने हत्या को अंजाम देना कबूल किया है। आरोपी किशोर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे शनिवार देर रात जुवेनाइल बोर्ड के सामने पेश किया, जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया।
मूलरूप से उत्तर प्रदेश के गांव सिढ़रा जिला शाहजहांपुर निवासी बच्ची के पिता ने बताया कि वो एक कंपनी में सहायक का काम करता है। वह आईएमटी मानेसर थाना क्षेत्र में ही किराये के कमरे में रहता है। उसने बताया कि उसकी दो बेटियां हैं, जिनमें एक छह साल की और दूसरी डेढ़ साल की है। शुक्रवार रात करीब नौ बजे जब वह काम से घर वापस लौटा तो उसकी छह वर्षीय बड़ी बेटी ने उससे फ्रूटी पीने के लिए पैसे मांगे। उसने उसे पैसे दे दिए, जिसके बाद बच्ची फ्रूटी लेने के लिए दुकान पर चली गई। काफी देर होने के बाद भी जब बच्ची घर नहीं आई तो परिजनों को चिंता होने लगी। उन्होंने उसकी तलाश शुरू की तो किसी ने बच्ची के लहूलुहान हालत में पास के खेत में पड़ा होने की सूचना दी। परिजनों ने मौके पर जाकर देखा तो बच्ची घायल अवस्था में पड़ी थी। उसके मुंह, सिर पर चोटें लगी हुई थीं। परिजन पड़ोसियों की मदद से उसे पास के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर नें उसे मृत घोषित कर दिया। पड़ोसियों ने बच्ची के साथ पास में ही रहने वाले एक किशोर के होने की बात बताई थी। इस पर परिजनों ने उस पर हत्या का शक जताया था। पुलिस ने किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने वारदात कबूल किया। पुलिस ने खून से सनी वो ईंट भी बरामद कर ली है, जिससे उसने वार किया था।
यह है प्रावधान : वकील हरकेश शर्मा ने बताया कि 18 साल से कम आयु वर्ग का बच्चा यदि अपराध करता है तो किशोर न्यायिक बोर्ड में ट्रायल चलता है। यदि आरोप सिद्ध हो जाता है तो नाबालिग को तीन साल की सजा का प्रावधान है।
किशोर ने कबूली वारदात
परिजन पड़ोसियों की मदद से उसे पास के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर नें उसे मृत घोषित कर दिया। पड़ोसियों ने बच्ची के साथ पास में ही रहने वाले एक किशोर के होने की बात बताई थी। जिसपर परिजनों ने उस पर हत्या का शक जताया था। पुलिस ने किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने वारदात को अंजाम देना कबूल किया। पुलिस ने आरोपी किशोर की निशानदेही पर खून से सनी वो ईंट भी बरामद कर ली है, जिससे उसने वार किया था।
पांच वर्षीय बच्चे की हत्या की थी
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार आरोपी किशोर की उम्र करीब साढ़े 16 साल है। पहले भी मानेसर थाना क्षेत्र में उसने इसी तरह एक पांच वर्षीय बच्चे की हत्या की थी। किशोर के खिलाफ तीन जनवरी 2020 को मामला दर्ज कर इसे बाल सुधार गृह में भेजा दिया गया था। आरोपी 18 फरवरी 2022 को ही वहां से बाहर आया था। शुक्रवार को आरोपी ने फिर एक और मासूम को मौत के घाट उतार दिया।
नशे का आदी है आरोपी किशोर
मानेसर एसीपी सुरेश कुमार ने बताया कि किशोर ने पूछताछ में बताया कि बचपन में उसके साथ उससे बड़ी उम्र के लोग उसका उत्पीड़न करते थे। उन लोगों ने उसे नशा करना सिखाया और अब वह नशे का आदी हो गया। उसने बताया कि उत्पीड़न का बदला लेने के लिए उसने अपने अंदर का गुस्सा दो मासूम बच्चों पर उतार कर उनकी हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि आरोपी को जुवेनाइल बोर्ड के सामने पेश किया गया, जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया।