प्रश्नपत्र वायरल होने का मामला सामने आने के बाद बिहार लोक सेवा आयोग ने 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) को रद्द कर दिया है। प्रश्नपत्र कहां से लीक हुआ, किसने वायरल किया, इसकी जांच साइबर सेल से कराई जाएगी। प्रश्नपत्र वायरल होने की जांच के लिए बनी कमेटी की रिपोर्ट के बाद अध्यक्ष आरके महाजन ने परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया।
आयोग के संयुत सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र के वायरल होने की जांच साइबर सेल से कराने के लिए डीजीपी बिहार से अनुरोध किया गया है। दरअसल, बीपीएससी 67वीं प्रारंभिक परीक्षा रविवार 12 बजे से शुरू होनी थी। इससे पहले ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल प्रश्नपत्र को दोपहर 11.49 बजे राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष दिलीप ने मुख्यमंत्री सचिवालय को ईमेल कर दिया। परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों ने भी दावा किया कि वायरल प्रश्नपत्र के सवाल परीक्षा में पूछे गए प्रश्नपत्र से मिल गए हैं।
सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र वायरल होने के बाद बीपीएससी ने जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई। टीम से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी गई। टीम ने रविवार को ही अपनी रिपोर्ट आयोग के अध्यक्ष को सौंप दी। कमेटी ने प्रश्नपत्र वायरल होने की बात को सही पाया। परीक्षा में पूछे गए सवाल से मिलने की बात कही। इसके बाद आयोग ने परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया।
बिहार में 1083 केंद्रों पर परीक्षा हुई। इसमें लगभग 75 प्रतिशत परीक्षार्थियों की उपस्थिति रही है। हालांकि परीक्षा में शामिल होने के लिए पांच लाख 18 हजार छात्रों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था।
जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद आयोग अध्यक्ष ने परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया है। प्रश्नपत्र वायरल होने की जांच साइबर सेल से कराने के लिए डीजीपी बिहार से अनुरोध किया गया है।