पांच दिन की राहत के बाद दिल्ली का पारा रविवार के दिन एक बार फिर से चालीस डिग्री के पार हो गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार से दिल्ली के ज्यादातर हिस्से लू की चपेट में होंगे। इसके लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। नियमित समय पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं आने के चलते दिल्ली के लोगों को इस बार मार्च और अप्रैल के महीने मे सामान्य से ज्यादा गर्मियों का सामना करना पड़ा है।
मार्च के महीने में अधिकतम तापमान सामान्य से 3.3 डिग्री सेल्सियस और अप्रैल महीने का अधिकतम तापमान सामान्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। हालांकि, अप्रैल महीने की शुरुआत में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश, तेज हवाएं और कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी दर्ज की गई। इससे तापमान में गिरावट आई और लोगों को झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिली। लेकिन, अब यह राहत खत्म होती दिख रही है।
दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में रविवार की सुबह से ही तेज चमकदार सूरज निकला रहा। दिन चढ़ने के साथ ही धूप भी तीखी और तेज हो गई। दिन के समय गर्मी के चलते लोगों का निकलना भी मुहाल होने लगा। दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में दिन का अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है। जबकि, न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि इस समय का सामान्य तापमान है। यहां पर नमी का स्तर 69 से 32 फीसदी तक रहा। पांच दिनों बाद सफदरजंग में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर रिकार्ड किया गया। जबकि, नजफगढ़ के लोगों को सबसे ज्यादा गर्मी झेलनी पड़ी। यहां का अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
झुलसाने वाली गर्मी झेलने को तैयार रहे
मौसम विभाग का अनुमान है कि अब अगले छह दिनों के बीच झुलसाने वाली गर्मी झेलने के लिए दिल्ली के लोगों को तैयार रहना चाहिए। सोमवार के दिन अधिकतम तापमान 41 और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। जबकि, मंगलवार से दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में लू चलने की संभावना है। मंगलवार से अगले पांच दिनों के बीच लू की स्थिति बनी रहेगी। इस दौरान अधिकतम पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
दिल्ली को अभी खराब हवा से राहत नहीं मिलेगी
राजधानी को अभी खराब हवा से राहत मिलती नहीं दिख रही है। वातावरण में मौजूद धूल कणों के कारण रविवार को हवा खराब श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक रविवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 205 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। हालांकि, यह खराब श्रेणी का शुरुआती स्तर है। सफर का अनुमान है कि अगले तीन दिनों के बीच भी वायु गुणवत्ता स्तर कमोबेश ऐसा ही बना रहेगा। मौसम के अलग-अलग कारकों की वजह से दिल्ली के लोगों को इस बार सामान्य से ज्यादा प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है।