विधानसभा चुनाव में करारी चोट खाने वाली बसपा निकाय चुनाव को मजबूती से लड़ने का रोडमैप तैयार करने में जुट गई है। खासकर मेयर और अध्यक्ष पद पर पार्टी के कॉडर नेताओं को मैदान में उतारने पर विचार किया जा रहा है। बसपा इसके सहारे मिशन-2024 के लिए जमीन तैयार करना चाहती है।
प्रदेश की 17 सीटों पर नजर
यूपी में इस बार मेयर की 17 सीटों के लिए चुनाव होना है। बसपा के लिए पिछला निकाय चुनाव लाभदायक साबित हुआ था। वर्ष 2017 में अलीगढ़ और मेरठ की मेयर सीट जीत कर बसपा ने सभी को चौंकाया था। बसपा इस बार भी इसी रणनीति पर काम कर रही है। बसपा मेयर की सभी सीटों पर लड़ने के लिए उम्मीदवारों के चयन में जुट गई है। इन सीटों पर जातिगत समीकरण के आधार पर उम्मीदवार उतारे जाएंगे। यह माना जाता है कि मेयर को एक सांसद के बराबर मतदाता चुनता है।
युवा व महिला को प्राथमिकता
पार्टी के जानकारों का कहना है कि पार्षदी के टिकट बंटवारे में युवाओं और महिलाओं को पहली प्राथमिकता दी जाएगी। इसके सहारे निचले स्तर पर जमीन तैयार करने की योजना है। बसपा के रणनीतिकारों का मानना है निकाय चुनाव परिणाम से यह पता चल जाएगा कि उसकी क्या हैसियत है और जहां जो कमी होगी, उसे लोकसभा चुनाव से पहले दूर कर जमीन मजबूत की जाएगी। मंडलीय प्रभारियों को इसके लिए अभी से तैयारियां करने का निर्देश दे दिया गया है, जिससे उम्मीदवारों का चयन तय समय से हो जाए।