साइबर थाना पुलिस ने बीमा पॉलिसी के नाम पर ऋण दिलाने का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह देश भर में 262 वारदातों को अंजाम दे चुका है। पुलिस ने गिरोह के दो मुख्य आरोपियों समेत पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों की निशानदेही पर दो मोबाइल फोन और एक लाख 17 हजार 500 रुपये बरामद किए हैं।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिल्ली त्रिलोकपुरी निवासी धर्मेंद्र, यूपी मुजफ्फरनगर निवासी विकास, गुरुग्राम निवासी सचिन, मनीष और बिल्लू के रूप में हुई है। इस मामले में आरोपी धर्मेंद्र और विकास मुख्य आरोपी हैं। आरोपी इस मामले में गिरफ्तार किए गए सचिन से बैंक एटीएम लेकर धोखाधड़ी से प्राप्त हुई नकदी की निकासी करते थे। आरोपियों ने 24 दिसंबर सन् 2021 को आदर्श नगर निवासी सत्य प्रकाश से दो लाख 15 हजार 949 रुपये ठग लिए थे। तभी से पुलिस इस ठग गिरोह की तलाश में जुटी हुई थी।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम मामले का मुख्य आरोपी धर्मेंद्र बीमा करवाने वाले एक कॉल सेंटर में नौकरी करता था। इस वजह से आरोपी के पास विभिन्न बीमा कंपनियों के ग्राहकों की जानकारी थी। आरोपी कंपनी के कॉल सेंटर से ग्राहकों का डेटा चोरी कर अपने साथी विकास के साथ मिलकर पॉलिसी धारकों से संपर्क करता था। आरोपी ऐसे बीमा ग्राहकों को निशाना बनाते थे, जिनकी पॉलिसी किस्त न भरने के कारण बंद हो जाती थी। आरोपी ऐसे लोगों को उनकी पॉलिसी की रकम वापस दिलवाने और उन्हें इस पर ऋण देने का लालच देते थे। आरोपी बैंक खाते खुलवाकर नेट बैंकिंग सर्विस का पासवर्ड ले लेते थे। इस दौरान वे ग्राहकों से कहते कि ऋण तभी बैंक खाते में आएगा।