21 मई को ऑस्ट्रेलिया में आम चुनाव होने हैं। चुनाव से ठीक पहले ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री ने कहा है कि इस बात के सबूत हैं कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ऑस्ट्रेलिया की सरकार में बदलाव चाहती है। उन्होंने आगे कहा है कि चीन ऑस्ट्रेलिया में केंद्र-वाम लेबर पार्टी को देखना चाहता है। ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री पीटर डटन ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन के वीचैट खाते में चीन का हस्तक्षेप और देश में चीनी भाषा के समाचार पत्रों की उपस्थिति इस बात का सबूत है कि बीजिंग 21 मई के संघीय चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है।
लेबर पार्टी को जिताना चाहता है चीन?
बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि पीएम स्कॉट मॉरिसन के व्यावसायिक रूप से बेचे गए वीचैट खाते को हैक यह हस्तक्षेप नहीं किया गया था। हालांकि डटन ने चुनाव पूर्व सार्वजनिक बहस के दौरान जोर देकर कहा है कि इसे बंद करने में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का हाथ था। डटन ने कहा है कि इस बात के सबूत हैं कि बीजिंग विपक्षी लेबर पार्टी को जिताना चाहता है।
मौजूदा सरकार को सत्ता से बाहर करना करना चाहता है, बोले डटन
उन्होंने कहा है कि हम जो समझ रहे हैं उसमें कुछ दिखावा करने जैसा नहीं है। सच ये है कि समान विचारधारा वाले देश चीन को लेकर एक ही नतीजे पर पहुंच रहे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि बीजिंग 21 मई को होने वाले चुनाव में ऑस्ट्रेलिया में सरकार में बदलाव चाहता है। इसके कई सबूत हैं लेकिन मैं उन्हें सावर्जनिक तौर पर नहीं दिखा सकता। डटन ने कहा है कि चीन मौजूदा सरकार को सत्ता से बाहर करना चाहता है।
विपक्षी पार्टियों ने क्या कहा है?
डटन के इन बयानों को लेकर विपक्षी पार्टियों ने इसे षड्यंत्र सिद्धांत बताकर इसका खंडन किया है। विपक्षी दलों ने चुनाव जीतने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा और चीन को घसीटने के लिए डटन की आलोचना की है। विपक्षी पार्टियों ने कहा है कि डटन को पता है कि उनकी पार्टी बुरी तरह से चुनाव हार रहे हैं। इसी हार से बचने के लिए वह आम चुनाव में चीन को घसीट रहे हैं।