इजराइल की राजधानी तेल अवीव के पास इलाद शहर में बृहस्पतिवार रात स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दो फलस्तीनी हमलावरों द्वारा चाकू और कुल्हाड़ी से किए गए हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह इजराइल में बीते डेढ़ महीने में अपने तरह की सातवीं घटना है, जिससे ऐसे हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 पर पहुंच गई है।
अधिकारियों के मुताबिक, हमले के बाद दोनों हमलावर एक वाहन में सवार होकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है। सड़क पर अवरोधक लगाए गए हैं और एक हेलीकॉप्टर भी तैनात किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को इजराइली पुलिस और शिन बेट सुरक्षा सेवा ने दो संदिग्धों के नाम जारी किए, जिनकी पहचान 19 वर्षीय असद अल-रफानी और 20 साल के सबी अबू शाकिर के रूप में हुई है। दोनों वेस्ट बैंक के जेनिन क्षेत्र के निवासी हैं। जेनिन और उसके आसपास के क्षेत्रों में हाल के हफ्तों में इजराइली सेना की छापेमारी बढ़ी है। इलाके में इजराइली सैनिकों और फलस्तीनी उग्रवादियों के बीच हिंसक झड़पें भी देखी गई हैं।
इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने बृहस्पतिवार देर रात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद कहा, ‘‘हम आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को पकड़ लेंगे। उन्हें इस हमले की कीमत चुकानी होगी।’’
गौरतलब है कि यरुशलम के संवेदनशील धार्मिक स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर और उसके आसपास हाल ही में फलस्तीनियों के साथ इजराइल पुलिस की झड़प के बाद इजराइल-फलस्तीन के बीच तनाव बढ़ गया है। अल-अक्सा मस्जिद को इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। यह यहूदियों का सबसे पवित्र स्थल भी है, जिसे समुदाय के लोग ‘टेंपल माउंट’ कहकर पुकारते हैं। यह मस्जिद लंबे समय से इजराइल-फलस्तीन के बीच विवाद का केंद्र रही है।
इजराइली मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि घटना में दो हमलावर शामिल थे और पुलिस अब भी उनकी तलाश में जुटी है। उन्होंने लोगों से प्रभावित इलाके में जाने से बचने और कोई भी संदिग्ध वाहन या व्यक्ति दिखने पर उसकी सूचना देने की अपील की है।
इजराइल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने वेस्ट बैंक की सीमा को बंद करने का आदेश दिया है, ताकि फलस्तीनी नागरिक इजराइल में प्रवेश न कर पाएं। यह आदेश रविवार तक प्रभावी रहेगा और इसे स्वतंत्रता दिवस की छुट्टियां शुरू होने से पहले ही जारी कर दिया गया था।
इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी अधिकारी इलाद में हुए हमले की कड़ी निंदा करते हैं। ब्लिंकन ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘यह मासूम महिलाओं और पुरुषों को निशाना बनाकर किया गया एक भयावह हमला है और काफी जघन्य भी है, क्योंकि यह ऐसे समय में किया गया है, जब इजराइल अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहा था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने इजराइली दोस्तों और साझेदारों के संपर्क में हैं। हम उनके साथ एकजुटता से खड़े हैं।’’