मध्य प्रदेश के सिवनी में दो आदिवासियों को पीट-पीटकर मार डालने की घटना सामने आई है। इन दोनों के ऊपर शक था कि यह गौवंश की हत्या कर मांस स्टोर कर रहे थे। मरने वालों की पहचान 50 वर्षीय धनसा इनावी और 45 वर्षीय संपत लाल के रूप में हुई है। मृतकों के परिवार का कहना है कि दोनों अपने घरों में सो रहे थे तभी आरोपी उनको उठा ले गए। आरोपियों के हमले में एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया है।
वीडियो भी आया सामने
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिखाया गया है कि एक दर्जन से अधिक लोग लाठी-डंडों के साथ दोनों पीड़ितों को घेरे हुए हैं। इंडिया टुडे के मुताबिक करीब दो मिनट के वीडियो में यह लोग दोनों से तमाम तरह के सवाल भी कर रहे हैं। उनसे पूछा जा रहा है कि उनसे पूछा जा रहा है कि इसे किसने काटा? इसमें कितने लोग शामिल थे? किस टाइम इसे काटा गया? पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने बताया कि मामले में कुरई थाना पुलिस ने छह नामजद तथा 12 अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि मृतक युवकों के घर से 10-12 किलोग्राम मांस भी बरामद किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शेर सिंह राठौर, अजय साहू, वेदांत चौहान, दीपक अवधिया, बसंत रघुवंशी, रघुनंदन रघुवंशी, अंशुल चौरसिया, शिवराज रघुवंशी और रिंकू पाल के रूप में हुई है।
कांग्रेस ने बनाई जांच कमेटी
एसपी कुमार प्रतीक ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एक दर्जन से अधिक लोगों ने गौवंश का मांस ले जा रहे तीन लोगों को घेर रखा है। पुलिस को सौंपने के बजाए इन लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं स्थानीय कांग्रेस विधायक अर्जुन काकोदिया ने अपने समर्थकों के साथ एनएच44 ब्लॉक कर दिया। इनकी मांग थी कि आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और मृतकों के परिवार को 1 करोड़ की सहायता दी जाए। वहीं कांग्रेस ने तीन विधायकों की एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी मौके पर जाकर पीड़ितों के परिवार से बात कर रिपोर्ट तैयार करेगी और पार्टी अध्यक्ष को रिपोर्ट देगी।