राजस्थान के जोधपुर में सांप्रदायिक हिंसा के बाद स्थिति नियंत्रण में लेकिन तनावपूर्ण बनी हुई है। कर्फ्यू ग्रस्त 10 थाना क्षेत्रों में पुलिस जाब्ता तैनात है। एडीजी लाॅ एंड आॅर्डर हवा सिंह घुमरिया ने कहा कि एक हजार पुलिस फोर्स लगाई गई है। हर छोटी-बड़ी घटना पर नजर रखी जा रही है। जोधपुर उपद्रव के सिलसिले में 97 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है। कुल 11 एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इस बीच, जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि बोर्ड की परीक्षाएं तय समय पर होगी। छात्र प्रवेश पत्र के आधार पर परीक्षा दे सकेंगे। हवासिंह घुमरिया ने बताया कि आरोपियों को डिटेन और पहचान करने का काम जारी है। सीसीटीवी के आधार पर पहचान की जा रही है।
एडीजी लाॅ एंड आॅर्डर ने मीडिया से की बात
उल्लेखनीय है कि जोधपुर शहर में ईद पर हुए उपद्रव पर पुलिस प्रशासन की कार्रवाई को लेकर मंगलवार देर रात जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर हवा सिंह घुमरिया और जोधपुर पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगई मीडिया ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि फिलहाल कर्फ्यू ग्रस्त इलाके में शांति है। कहीं पर भी सांप्रदायिक घटना कर्फ्यू लगाने के बाद नहीं हुई है। क्या पुलिस की ओर से खामियां रही तो घुमरिया ने कहा कि ये जांच का विषय है। अगर कुछ रहा तो उसकी पड़ताल करेंगे। इसके साथ ही कमिश्नर गोगोई ने माना कि भीड़ के अनुरूप पुलिस बल तैनात नहीं था।
मंगलवार देर रात एक व्यक्ति को मारा चाकू
मंगलवार देर शाम को कर्फ्यू ग्रस्त सूरसागर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति के चाकूबाजी में घायल होने की बात सामने आई। जिसको लेकर पुलिस ने स्पष्ट किया कि वो घटना आपसी रंजिश को लेकर थी। जिसमें दो पक्ष लड़ रहे थे जो व्यक्ति बीच में गया था उसके चाकू लगा उसका उपचार चल रहा है।उसका सांप्रदायिक घटना से लेकर कोई जुड़ा नहीं है। फिर भी हम सभी तरह के एंगल से जांच कर रहे हैं। मंगलवार को गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव की अगुवाई में टीम जयपुर पहुंच गई। सीएम गहलोत ने टीम को जोधपुर जाने के निर्देश दिए थे। इससे पहले सीएम गहलोत ने सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में हाई लेवल की मीटिंग कर स्थिति की समीक्षा की और जोधपुरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की। जोधपुर में स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर धार्मिक झंडा फहराने पर विवाद हो गया था।