Car Sales April 2022: देश के लोगों का कार को लेकर मिजाज बदलने लगा है। अब लोग हैचबैक नहीं, बल्कि SUV सेगमेंट की गाड़ियां ज्यादा खरीद रहे हैं। खासकर माइक्रो और मिड SUV अब लोगों की पहली पसंद बन चुकी हैं। इसका असर ये हुआ कि देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति (Maruti) और हुंडई (Hyundai) की कारों की डिमांड अप्रैल में घट गई। इन दोनों कंपनियों को सालाना आधार पर करीब 10% से ज्यादा का नुकसान हुआ। वहीं, एक के बाद एक कई शानदार मॉडल निकालने वाला टाटा (Tata) लोगों की पहली पसंद बन गई है। इतना ही नहीं, भारत में बजट लग्जरी कार बनाने वाली कंपनी स्कोडा (Skoda) को 400% से बहुत ज्यादा की ग्रोथ मिली है। अप्रैल 2022 में लोगों ने किसी कंपनी की कार सबसे ज्यादा खरीदी, आप भी जानिए।
स्कोडा (Skoda) की कारों ने लोगों को खींचा
स्कोडा ने अप्रैल 2021 में 961 कारें बेची थीं, लेकिन सालभर में कंपनी का सेल्स फिगर पूरी तरह बदल गया। मारुति, हुंडई, टाटा, महिंद्रा जैसी दिग्जग कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए अप्रैल 2022 में उसने 5,152 कारें बेच डालीं। यानी कंपनी को सालाना आधार पर 436% की धमाकेदार ग्रोथ मिली। भले ही दूसरी कंपनियों ने स्कोडा से कहीं ज्यादा यूनिट्स बेची, लेकिन ग्रोथ के मामले में वो इसके आसपास भी नहीं रहीं। स्कोडा ने बीते महीने सालाना आधार पर 4,191 यूनिट ज्यादा बेचीं। कमाल की बात ये है कि MG, निसान, वॉक्सवैगन, जीप, फोर्स जैसी कंपनियों की ओवरऑल बिक्री इस आंकड़े से कम रही।
अब टाटा (Tata) लोगों की पहली पसंद
टाटा के लिए 2021 बेहद शानदार रहा है। कंपनी एक तरफ जहां पंच को लॉन्च किया, तो अल्ट्रोज को भी ग्राहकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। आलम ये है कि अभी तक इन दोनों कारों की डिमांड बनी हुई है। टाटा ने पिछले महीने 65% की सालाना ग्रोथ के साथ 41,587 यूनिट्स बेचीं। अप्रैल 2021 में कंपनी ने 25,095 कारें बेची थीं। यानी कंपनी ने बीते महीने 16,492 यूनिट्स ज्यादा बेचीं। टाटा की 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग वाली पंच और अल्ट्रोज की डिमांड सबसे ज्यादा है। इन कारों की पर लंबी वेटिंग भी मिल रही है। आलम ये रहा कि मारुति और हुंडई जैसी कंपनियां भी ग्रोथ के मामले में इससे पिछड़ गईं।
मारुति, हुंडई की कारों की बिक्री घटी
मारुति ने पिछले महीने 1 लाख से ज्यादा कार बेचीं, लेकिन सालाना आधार पर उसकी बिक्री 10.22% घट गई। अप्रैल 2021 में मारुति ने 1,35,879 कार बेची थीं। वहीं, अप्रैल 2022 में उसने 1,21,995 कार बेचीं। यानी उसकी 13,884 यूनिट्स कम बिकीं। दूसरी तरफ, हुंडई को भी सालाना आधार पर 10.21% का नुकसान हुआ। कंपनी ने बीते महीने 44,001 कारें बेचीं। जबकि, अप्रैल 2021 में उसने 49,002 कारें बेची थीं। यानी सालाना आधार पर उसकी 5,001 यूनिट कम बिकीं। इसी तरह, होंडा को सालाना आधार पर 13.21% और रेनो को 12.13% का नुकसान हुआ है।