पाकिस्तान में एक बार फिर चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर हमला किया गया है। पाकिस्तान मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंध प्रदेश के कराची यूनिवर्सिटी में कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट के पास एक वैन के पास हुए विस्फोट में चीनी नागरिकों सहित चार लोग मारे गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन चीनी नागरिकों को टारगेट किया गया है, वह चीनी भाषा के शिक्षक थे और उनकी सुरक्षा के लिए रेंजर्स के जवान थे। ये रेंजर्स चीनी शिक्षकों की रक्षा करते हुए वैन को एस्कॉर्ट करने वाली मोटरसाइकिल पर सवार थे। अधिकारियों ने अब तक विस्फोट को लेकर किसी भी तरह की कोई टिप्पणी नहीं की है हालांकि सिंध के सीएम मुराद अली शाह ने इस घटना पर संज्ञान लिया है।
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर हमला किया गया हो। आइए जानते हैं कि पाकिस्तान में कब-कब चीनी नागरिकों पर हमला किया गया है।
23 नवंबर 2018
इस दिन चीनी कांसुलेट जनरल, कराची पर हमला किया गया था। इस हमले में 4 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 2 पुलिस के कर्मी और 2 पाकिस्तान के नागरिक मारे गए थे। घंटों चले ऑपरेशन में तीनों हमलावर मारे गए थे। इस हमले में एक भी चीनी नागरिक न ही घायल हुआ था और न ही मारा गया था।
घटना के बाद चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि चीन राजनयिक एजेंसियों के खिलाफ किसी भी हिंसक हमले की कड़ी निंदा करता है। चीन ने कहा था कि हमले के बावजूद चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना आगे बढ़ेगी। उस वक्त पाकिस्तान में चीनी दूतावास में मिशन के उप प्रमुख झाओ लिजियन ने हमले के जवाब में ‘समय पर और उचित कार्रवाई’ के लिए पाकिस्तानी सेना और पुलिस की तारीफ की थी।
20 अगस्त 2021
इस दिन बलूचिस्तान में ग्वादर ईस्ट बे एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में एक आत्मघाती हमलावर ने चीनी कर्मियों पर हमला किया था। इस हमले में एक चीनी नागरिक घायल हो गया था और दो स्थानीय बच्चों की मौत हो गई थी।
हमले के बाद चीन ने कहा था कि पाकिस्तान से घायलों का उचित इलाज करने, हमले की गहन जांच करने और अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग की गई। इसके साथ ही चीन ने कहा कि हाल ही में पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति गंभीर रही है। पाकिस्तान में चीनी दूतावास ने चीनी नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की थी।
14 जुलाई 2021
खैबर पख्तूनख्वा के ऊपरी कोहिस्तान जिले में दासु हाइड्रोपॉवर में काम कर रहे चीनी श्रमिकों को ले जा रहे एक बस पर हमला किया गया था। इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें 4 पाकिस्तानी नागरिक थे और 9 चीनी। इस हमले में 28 लोग घायल हो गए थे। इस हमले के बाद चीन ने जमकर पाकिस्तान को लताड़ लगाई थी।