राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों के दौरान दिल्ली में 1009 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं जो पिछले 68 दिनों में सबसे ज्यादा है। आज से पहले 10 फरवरी 2022 को दिल्ली में 1104 मरीज मिले थे।
स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में मंगलवार को कोरोना की जांच के लिए 17701 टेस्ट हुए जिसमें 5.70 फीसदी मरीज संक्रमित पाए गए। वहीं, इस दौरान एक कोरोना मरीज की मौत भी हुई। हालांकि, बीते 24 घंटों में वहीं 314 मरीजों को छुट्टी दी गई। दिल्ली में अब कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 2641 हो गई है। दिल्ली में कोरोना से अभी तक 18,70,692 लोग संक्रमित हो गए हैं। इनमें से 18,41,890 मरीज ठीक हो गए, जबकि 26161 मरीजों ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया। दिल्ली में कोरोना से मृत्युदर 1.4 प्रतिशत है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 2641 हो गई है। इनमें से होम आइसोलेशन में 1578 और अस्पतालों में 54 मरीज भर्ती हैं। अस्पतालों में भर्ती मरीजों में से आईसीयू में 17, ऑक्सीज सपोर्ट पर 16 मरीज भर्ती हैं। हालांकि दिल्ली में बढ़ते मामलों के बीच कंटेनमेंट जोन की संख्या घटकर 617 रह गई है।
मरने वालों के 97 प्रतिशत नमूनों में ओमिक्रॉन वैरिएंट था
बुधवार को कोरोना सैंपलिंग को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से मार्च तक दिल्ली में कोविड से मरने वालों के 97 प्रतिशत नमूनों में कोरोनावायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट था। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कोरोना से मरने वालों के एकत्र किए गए 578 नमूनों के जीनोम अनुक्रमण से पता चला कि उनमें से 560 में ओमिक्रॉन वैरिएंट था। शेष 18 (तीन प्रतिशत) में डेल्टा सहित कोविड -19 के अन्य वैरिएंट थे। डेल्टा वही वैरिएंट है, जिसने पिछले साल अप्रैल और मई में दूसरी लहर के रूप में प्रचंड रूप दिखाया था।