समाजवादी पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच सियासी रिश्तों की कड़वाहट खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच गुरुवार को शिवपाल ने अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह सपा के 111 विधायकों में से एक हैं। यदि अखिलेश को कोई दिक्कत है तो उन्हें पार्टी से निकाल दें।
न्यूज 18 से हुई बातचीत में शिवपाल ने कहा कि हमने सपा के चुनाव चिह्न साइकिल से चुनाव लड़ा है। यदि उन्हें ऐसा लगता है तो तुरंत निर्णय लें और हमें विधानमंडल दल से निकाल दें। गौरतलब है कि कल शिवपाल यादव के भाजपा के साथ संपर्कों के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा था कि जो भाजपा से मिलेगा, वह सपा में नहीं दिखेगा।
राजभर से नहीं हुई कोई बात
सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के इस दावे कि शिवपाल उनके सम्पर्क में है, पर शिवपाल ने साफ किया कि अभी उनके बीच कोई बात नहीं हुई है। शिवपाल ने कहा कि राजभर के बयान में कोई गंभीरता नहीं। फोन जरूर आया है लेकिन कोई बात नहीं हुई है। हो सकता है उनकी मेरे नाम के किसी दूसरे व्यक्ति से बात हुई हो। राजनीति में स्तरीयता बहुत जरूरी है। जब उनकी बातों में स्तरीयता नहीं है तो उनके बयान पर कोई गंभीरता से हम बात नहीं करेंगे।
आजम खान से जल्द मुलाकात करेंगे
कल रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के आजम खान के परिवार से मुलाकात पर शिवपाल ने कहा कि राजनीति में शिष्टाचार बहुत जरूरी है। वह भी आजम खान के परिवार के सम्पर्क में लगातार हैं और जल्द ही वह भी आजम खान से मुलाकात करने जाएंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा कि चुनाव से पहले उन्होंने जेल में आजम खान से मुलाकात की थी। उनका स्वास्थ्य बहुत अच्छा नहीं है। उनके साथ जो उत्पीड़न हो रहा है वो ठीक नहीं है। राजनीति में बदले की भावना से काम नहीं करना चाहिए।
भाजपा में जाने पर क्या बोले शिवपाल
शिवपाल ने कहा कि अभी इस पर उन्होंने कोई निर्णय नहीं लिया है लेकिन जब भी उचित समय आएगा तो निश्चित ही हम मीडिया से बात कर लेंगे। बता देंगे।