एटीएम हैकर के साथ मिलकर पुलिस का एक सिपाही एटीएम लूट रहा है। एटीएम हैकर के पकड़े जाने के बाद सिपाही के नाम का खुलासा हुआ। आरोपित सिपाही फरार है और क्राइम ब्रांच उसकी तलाश कर रही है। एटीएम हैकर को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। यह और आरोपित सिपाही बीते डेढ़ दो साल से एटीएम हैकर रुपए लूटने की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।
क्राइम ब्रांच ने चकेरी निवासी अमित चौहान को गिरफ्तार कर लिया। जब उससे पूछताछ हुई तो उसने क्राइम ब्रांच को सिपाही अमित चौधरी का नाम बताया। एटीएम हैकर ने बताया कि एटीएम की घटनाओं में सिपाही भी उसका साथ दे रहा था।
कैसे करते थे घटना
अमित चौहान ने पुलिस को बताया कि अपराध करने का उसका पुराना ही तरीका है। जिसमें वह पहले खाता खुलवाता है। उसमें चालीस हजार रुपए अपनी तरफ से डालता है और फिर उसे निकालने के बहाने वह करंसी कैसेट को उंगली से रोक लेता है, जिससे ट्रांजेक्शन डिक्लाइन हो जाता है। जिसका क्लेम वह बैंक से कर लेता है।
दक्षिण भारत के शहरों में ज्यादातर घटनाएं
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि कर्नाटक, केरल, बंगलुरू के 12 अलग- अलग शहरों में वह कई घटनाएं कर चुका है। यहां पर डिजिटल एटीएम का प्रयोग होता है। जिसे हैक करना बहुत आसान है। उसमें डिवाइस लगाने की जरूरत नहीं पड़ती।
किराए के एटीएम करता था प्रयोग
अमित खाते खुलवाता और फिर उनसे एटीएम कार्ड ले लेता था। हर ट्रांजेक्शन पर खाताधारक को पांच हजार रुपए देता था। एक बार में 100 से ज्यादा एटीएम कार्ड लेकर चलता था और जब घटना करने निकलता था तो उसका टारगेट 1.5 से 2 लाख रुपए तक का होता था।
सिपाही का लिया नाम
अमित ने बताया कि वह तीन साल से यह कर रहा है। 1.5-2 साल से सिपाही अमित चौधरी उसके सम्पर्क में आ गया था। वह भी उसके साथ मिलकर यह काम करने लगा था।