मध्य प्रदेश में अभी विधानसभा चुनाव को सवा साल से ज्यादा का समय है लेकिन भाजपा और कांग्रेस के नेता आमने-सामने आ चुके हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के हौंसले को बनाए रखने के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों को भाजपा का बिल्ला रखकर काम नहीं करने के लिए चेतावनी भरे अंदाज में बयान दे रहे हैं तो मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्री कमल पटेल उन्हें मुंगेरीलाल कहने से नहीं चूक रहे हैं।
मध्य प्रदेश में सियासी पारा धीरे-धीरे ऊपर चढ़ रहा है और कांग्रेस नेता सत्ता पक्ष के एक्शन से घबराए दिखाई देने लगे हैं जिसके चलते प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने उनकी हौंसला अफजाई शुरू कर दी है। कमलनाथ ने नेताओं को संबोधित करते हुए सोमवार को कह दिया कि वे घबराएं नहीं। भाजपा पैसा और प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। पुलिस और प्रशासन को उन्होंने चेतावनी दी है कि 16-17 महीने बाद विधानसभा चुनाव है और उसके बाद सबका हिसाब लिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि जो अधिकारी-कर्मचारी बीजेपी का बिल्ला लगाकर काम कर रहे हैं, वे यह नहीं सोचें कि हम सब भूल जाएंगे। कमलनाथ ने कांग्रेस नेताओं को ढांढस बांधते हुए कहा कि उनकी एक-एक आवाज सुनी जाएगी, इसलिए आप इनके दबाव में नहीं आएं।
कमल पटेल का जवाब, मुंगेरीलाल के हसीन सपने नहीं देखें
शिवराज सरकार के मंत्री कमल पटेल ने इसका जवाब दिया है और कहा है कि कमल नाथ मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे है और इसलिए कमल नाथ अधिकारियों को धमका रहे हैं। जबकि जनता का कांग्रेस से विश्वास उठ चुका है। पांच राज्यों के नतीजे इस बात का प्रमाण है। पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की पांच राज्यों से भी बदतर स्थिति होगी। इसलिए कमलनाथ मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखना बंद करें।