रूस ने मंगलवार को यूक्रेन की सेना से “तुरंत हथियार डालने” को कहा। रूस ने कहा है कि जो भी यूक्रेनी लड़ाके बंदरगाह शहर मारियुपोल की घेराबंदी किए हुए हैं वे जल्द से जल्द अपना प्रतिरोध छोड़ कर हथियार डाल दें। इसने यूक्रेनी आर्मी को एक नया अल्टीमेटम जारी किया।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कीव से “समझदारी दिखाने और लड़ाकों से हथियार डालने का आदेश’ देने को कहा है। रूसी मंत्रालय ने कहा है कि अगर मारियुपोल शहर में मौजूद लड़ाके ऐसा करते हैं तो उनको “गारंटी से जिंदा” छोड़ दिया जाएगा। रूस ने कहा है कि अगर वे जिद छोड़कर दोपहर से अपने हथियार डालना शुरू कर देंगे तो उनको सर्वाइव करने दिया जाएगा।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “हम एक बार फिर कीव के अधिकारियों से समझदारी दिखाने और सेनानियों को उनके मूर्खतापूर्ण प्रतिरोध को रोकने के लिए संबंधित आदेश देने का आह्वान करते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “लेकिन, यह समझते हुए कि उन्हें कीव अधिकारियों से इस तरह के निर्देश और आदेश नहीं मिलेंगे, हम (लड़ाकों) से स्वेच्छा से यह निर्णय लेने और अपने हथियार डालने का आह्वान करते हैं।”
बता दें कि रूसी सेना का ये अल्टीमेटम ऐसे समय में आया है जब उसने मंगलवार को पूर्वी यूक्रेन में देश के औद्योगिक गढ़ पर नियंत्रण करने के लिए जमीनी स्तर पर एक बड़ा हमला शुरू कर दिया, जिसे यूक्रेनी अधिकारियों ने ‘‘युद्ध का एक नया चरण’’ बताया है।
यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने मंगलवार तड़के कहा कि रूसी सेना ने डोनबास क्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। जनरल स्टाफ ने एक बयान में कहा, ‘‘कब्जा करने वालों ने सीमा पर लगे हमारे सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश की।’’
ये हमले सोमवार को 300 मील (480 किलोमीटर) से अधिक लंबे मोर्चे पर किए गए, उनका लक्ष्य लुहांस्क और डोनेट्स्क क्षेत्र हैं। रूसी सेना पड़ोसी खारकीव सहित कई क्षेत्रों में आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है।