पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपने गम और गुस्से का भी पूरा इजहार किया। उन्होंने कहा कि विस चुनाव में हार के बाद मैंने स्वयं इस्तीफा देने की बात कह दी थी, लेकिन मुझे रोक दिया गया। फिर इस्तीफा ले लिया गया। मीडिया में प्रचारित हुआ कि इस्तीफा लिया गया।
इसका मुझे मलाल है। मुझे उम्मीद थी कि मुझे पूरा कार्यकाल मिलेगा। प्रभारी से सीधा नाराजगी जताते हुए गोदियाल ने कहा कि आपने भी मेरी तपस्या को हाईकमान तक सही रूप में नहीं पहुंचाया। अब ऐसा कमांडर बनाइये जो पूरे पांच साल काम करे। मुझ पर आरोप लगा कि मैं एक ही पक्ष का हूं,लेकिन ऐसा नहीं था।
कई बार एकजुटता के लिए खामोश रहना पड़ता है, पर चुप रहने को कमजोरी मान लिया जाता है। सोशल मीडिया पर जिस प्रकार के कमेंट आते हैं, यदि मैं भी करने लगू तो प्रदेश में राजनीतिक महामारी आ जाएगी। गोदियाल ने कहा कि अब कहा जा रहा है कि नया नेतृत्व तैयार किया जा रहा है।
तो क्या हम लोग कंडम हो गए हैं? हम जहां खड़े होंगे वहीं से लाइन शुरू होगी। मेरे दिल में अब भी बहुत आग है। इस आग का इस्तेमाल कांग्रेस की मजबूती के लिए करूंगा। पूरे कार्यक्रम के दौरान गोदियाल के भाषण के दौरान ही कार्यकर्ताओं में जोश नजर आया।