जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कावेरी हॉस्टल में रामनवमी के दिन नॉन वेज परोसे जाने को लेकर हुई हिंसा के करीब एक सप्ताह बाद हिंदू सेना द्वारा शुक्रवार को जेएनयू के मेन गेट के निकट और आस-पास के इलाके में लगाए गए ‘भगवा जेएनयू’ वाले पोस्टर और भगवा झंडों को अब दिल्ली पुलिस ने हटा दिया है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि आज सुबह जब यह पता चला कि जेएनयू के पास सड़क और आसपास के इलाकों में कुछ भगवा झंडे और पोस्टर लगाए गए हैं। हाल की घटनाओं को देखते हुए इन्हें तुरंत हटा दिया गया और उचित कानूनी कार्रवाई करते हुए दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
आरोप है कि हिंदू सेना ने चेतावनी भी दी कि यदि भगवा का अपमान किया गया तो कड़े कदम उठाए जाएंगे। हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता ने बताया कि दक्षिणपंथी संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह यादव ने ‘भगवा जेएनयू’ के पोस्टर लगाए हैं।
वॉट्सऐप पर प्रसारित कथित वीडियो में गुप्ता यह कहते सुनाई दे रहे हैं, ”जेएनयू परिसर में भगवा का नियमित रूप से अपमान किया जा रहा है। हम ऐसा करने वालों को चेतावनी देते हैं। आप सुधर जाइए। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
उन्होंने कहा कि हम आपकी विचारधारा और हर धर्म का सम्मान करते हैं। भगवा का अपमान सहन नहीं किया जाएगा और हम कड़े कदम उठा सकते हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में 10 अप्रैल को रामनवमी पर जेएनयू कैंपस में हुई छात्रों के बीच हुई झड़प के बाद छात्रों के दो समूहों – वाम कार्यकर्ताओं और एबीवीपी सदस्यों के बीच तनाव पैदा हो गया था। रविवार को जेएनयू में दो छात्र समूहों के बीच रामनवमी के दौरान कथित तौर पर मांसाहारी भोजन परोसने की खबर आई थी।
जेएनयू प्रशासन ने कहा था कि कैंपस में किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और छात्रों को ऐसी किसी भी घटना में शामिल नहीं होने की चेतावनी दी जो कैंपस में शांति और सद्भाव को बिगाड़ती है।
शिक्षा मंत्रालय के सूत्र ने एएनआई को बताया कि मंत्रालय ने सोमवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में अशांति पर ध्यान दिया और प्रशासन से पूरी घटना का विवरण देने को कहा था।