लखनऊ के गोसाईंगंज के कबीरपुर गांव में तिलकोत्सव में शामिल होने आए लोगो को एक बेकाबू कार ने रौंद दिया। इस दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई। जबकि सात लोग घायल हैं। राजधानी के निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार कबीरपुर गांव के रिटायर्ड फौजी हौसला यादव के सबसे छोटे भाई महेंद्र यादव का तिलक समारोह कार्यक्रम गांव के ही पास स्वयंबर लॉन में था। दावत में आये एक युवक की तलाश में आये कुछ लोग पंडाल में घुस गए और देखते ही देखते वहां झगड़ा शुरू हो गया। आसपास मौजूद लोगों ने किसी तरह झगड़ा शांत करा दिया। थोड़ी देर में ही दो अलग अलग कारों से आए ये लोग वहां से चले गए। हौसला ने बताया कि वो कार्यक्रम खत्म होने के बाद अपनी मां को घर छोड़ कर वापस लौटे थे। इस दौरान लॉन बाहर परिवार के लोग खड़े होकर मेहमानों को विदा कर रहे थे। इसी बीच कुल्ली खेड़ा निवासी आशीष यादव तेज रफ्तार कार लेकर आया और लॉन के बाहर खड़े लोगो को रौंदता चला गया।
कार की चपेट में आकर सूरज यादव, हौसला यादव, महेंद्र यादव, उधम सिंह, सतीश यादव, रामकुमार, लल्ला और नान सहित कुछ अन्य लोग घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए आनन-फानन में नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया जहां थोड़ी देर बाद ही सूरज की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सूरज टैक्सी चलाता था। उसकी पत्नी का नाम सीमा है। उसकी डेढ़ साल की एक बेटी है जिसका नाम लाडो है।