कांग्रेस से नाराज धारचूला विधायक हरीश धामी ने कहा कि अगर जनता कहेगी तो वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ सकते हैं। कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए हरीश ने कहा कि पार्टी में उनकी अनदेखी हुई है। नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद कांग्रेस में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है।
ऐसे में हरीश धामी के इस बयान के कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। धामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा से ही उन्हें नीचे दिखाने का काम किया है, जबकि वह पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं। इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का मन बना लिया है। हरीश ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पहली बार कांग्रेस सीट से जीते विधायक को उप नेता प्रतिपक्ष बनाकर उनके सम्मान को चोट पहुंचाई है।
धामी ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के लिए बहुत कुछ किया पर कांग्रेस ने हमेशा उनका अपमान ही किया।। हरीश ने दो टूक कहा कि अगर क्षेत्र की जनता कहेगी तो वह सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ सकते हैं। हरीश का कहना है कि उनके पास अगल दल बनाकर जनता की सेवा करने का भी विकल्प खुला है।
धारचूला में 40 कांग्रेस पदाधिकारियों के इस्तीफे
पिथौरागढ़ जिले की सीमांत विधानसभा धारचूला में कांग्रेस पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। विधायक हरीश धामी को नेता प्रतिपक्ष न बनाए जाने से नाराज नगर, ब्लॉक अध्यक्षों सहित धारचूला, मुनस्यारी के 40 से अधिक पदाधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा दिया है, जिससे पार्टी की मुश्किल बढ़ गई है।
मंगलवार को धारचूला व मुनस्यारी क्षेत्र में कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है। धारचूला में ब्लॉक अध्यक्ष नारायण सिंह दरियाल, गोरीछाल ब्लॉक अध्यक्ष सुंदर सिंह, यूथ कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष उमेश धामी सहित 25 पदाधिकारियों ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष को इस्तीफा सौपा।
वहीं मुनस्यारी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य हीरा सिंह चिराल, नगर अध्यक्ष बरम नरेंद्र परिहार, महासचिव भूपेंद्र परिहार, नगर अध्यक्ष बंगापानी अनिल राज, कोषाध्यक्ष गौरव मेहरा, मीडिया प्रभारी गोविंद सिंह, उपाध्यक्ष शैलेश पाल सचिव दरपान सिंह सहित 30 से अधिक पदाधिकारियों ने अपना पद छोड़कर जिलाध्यक्ष को इस्तीफा दिया है।