न्यूयॉर्क में क्वींस के रिचमंड हिल इलाके में मंगलवार को दो सिख लोगों पर घातक हमला किया गया। एक हफ्ते के अंदर यह इस प्रकार की दूसरी घटना है। इससे पहले एक बुजुर्ग सिख पर भी इसी तरह बेरहमी से हमला किया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावरों ने दोनों सिखों को उसी इलाके में लूटा, जहां 72 वर्षीय निर्मल सिंह पर अकारण हमला किया गया था। न्यूयॉर्क पुलिस विभाग हेट क्राइम टास्क फोर्स के अनुसार, हमले में दो लोग शामिल थे, जिसमें एक को गिरफ्तार कर लिया गया और दूसरे की तलाश जारी है।
इस बीच, न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने हमले की निंदा करते हुए इसे “निंदनीय” करार दिया और कहा कि वे उस पुलिस के संपर्क में हैं जो इस घटना की जांच कर रही है।
भारत के महावाणिज्य दूतावास ने ट्वीट कर लिखा, “न्यूयॉर्क के रिचमंड हिल्स में आज दो सिख सज्जनों पर हमला निंदनीय है। हमने मामले में स्थानीय अधिकारियों और न्यूयॉर्क शहर के पुलिस विभाग से संपर्क किया है। पता चला है कि पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। हम कम्युनिटी सदस्यों के संपर्क में हैं। पीड़ितों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार हैं।”
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो संदिग्धों ने पुरुषों को डंडे से मारा और उनकी पगड़ी उतार दी।
विडंबना यह है कि यह हमला सिख संगठनों द्वारा न्यूयॉर्क में एकजुटता रैली आयोजित करने के लगभग 24 घंटे बाद हुआ। एकजुटता रैली में क्रूर हमले में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई थी।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हमले का मुख्य उद्देश्य डकैती थी। न्यू यॉर्क सिटी काउंसिल के सदस्य जोआन एरियोला ने क्यूएनएस को बताया, “हम सिख समुदाय और किसी भी धार्मिक समुदाय को निशाना बनाने से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “NYPD यह सुनिश्चित करने के लिए ओवरटाइम काम कर रही है कि वे सुरक्षित रहें और गुरुद्वारे के बाहर उनकी कारें खड़ी हैं, ताकि वे सुरक्षित रूप से प्रार्थना कर सकें और खतरा महसूस न करें। यह एक ऐसा शहर है जो नफरत को बर्दाश्त नहीं करता है।”