नवविवाहिता की मौत के मामले में पुलिस ने ससुरालियों पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद नवविवाहिता के शव का घर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया। परिजनों का आरोप है कि दहेज में तीन लाख रुपये नहीं मिलने पर पुत्री की हत्या की गई है।
दोनों पक्षों से पूछताछ चल रही है। मामले की जांच सीओ रुड़की विवेक कुमार कर रहे हैं। सिविल लाइंस कोतवाली को नजुमपुर पनियाली निवासी पूरण सिंह ने तहरीर देकर बताया पुत्री अंशु (21) का विवाह 9 दिसंबर 2021 को टोडा कल्याणपुर निवासी राहुल के साथ किया था।
परिजनों ने अपनी हैसियत के मुताबिक दान दहेज दिया था। आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोग दहेज से खुश नहीं हुए। दहेज में तीन लाख रुपये की मांग लगातार की जा रही थी। आरोप है कि 25 मार्च को भी ससुरालियों ने अंशु के साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया था।
30 मार्च को पंचायत में दोनों पक्षों के बीच वार्ता के बाद अंशु को ससुराल भेज दिया गया था। 10 अप्रैल को अंशु अपनी बड़ी बहन शालू के घर गांव गोदना पुरकाजी गई थी। जहां अंशु ने बताया था कि दहेज की खातिर जान से मारा जा सकता है।
परिजनों के अनुसार मंगलवार को शाम करीब छह बजे फोन से सूचना मिली कि अंशु को ससुराल पक्ष के लोगों ने मार दिया है। सूचना मिलने पर परिवार के लोग गांव पहुंचे थे। जहां अंशु का शव परिजनों ने घर में देखकर पुलिस को सूचना दी थी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पति राहुल, ससुर अमरजीत, सास रेखा और देवर दीप सिंह के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
घर में सबसे छोटी थी अंशु
परिजनों के अनुसार अपने दो भाईयों और एक बहन में सबसे छोटी अंशु थी। चार माह पूर्व परिजनों ने बड़े लाड प्यार से अंशु का विवाह किया था। लेकिन उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं था कि यह रिश्ता ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाएगा।
मंगलवार शाम परिजनों को अंशु की हत्या होने की सूचना मिली थी। हालांकि अंशु की मौत किन परिस्थितियों में हुई है इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही लग पाएगा। पुत्री की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।