बिहार के मुजफ्फरपुर, सीवान और औरंगाबाद जिलों में दो समूहों के बीच अलग-अलग झड़प और रामनवमी जुलूस के दौरान विरोध प्रदर्शन से तनाव पैदा हो गया। औरंगाबाद जिले के एक सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाके में जुलूस निकालने के मुद्दे पर सोमवार शाम दो समूहों के बीच झड़प में पांच लोग घायल हो गए। घटना में पांच मोटरसाइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गईं। घटना नबीनगर थाना क्षेत्र के सांचार बाजार दुर्गा चौक की है।
औरंगाबाद के एसपी कांतेश मिश्रा ने कहा कि दो समूह कथित रूप से उस समय भिड़ गए जब मोटरसाइकिल पर एक समूह जुलूस निकालने के लिए एक लेन का उपयोग करने की कोशिश कर रहा था, जबकि एक अन्य समूह ने कथित तौर पर उन पर पथराव किया। पुलिस ने क्षतिग्रस्त मोटरसाइकिल को जब्त कर लिया है और वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए अपराधियों का पता लगा रही है।
वहीं, मुजफ्फरपुर में पारू थाने के एक गांव में रविवार शाम एक धार्मिक स्थल पर झंडा लगा देने से तनाव उत्पन्न हो गया। हालांकि आपसी सूजबूझ से मामले को शांत कर दिया गया। घटना का वीडियो वायरल हो गया। थानाध्यक्ष राजेन्द्र साह ने बताया कि वीडियो में दिखने वालों की पहचान की जा रही है। गांव में शांति है। एसडीपीओ राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं कथैया थाने के एक गांव में एक धार्मिक स्थल पर झंडा लगा दिए जाने से वहां तनाव उत्पन्न हो गया। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही दलबल के साथ मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष राजपत कुमार ने धार्मिकस्थल से झंडा उतरवाकर जब्त किया।
सूचना पर कई थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंची। बाद में एसएसपी जयकांत, डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनन्द, अंचलाधिकारी अरविंद कुमार अजीत भी घटनास्थल पर पहुंचे। एसएसपी ने कहा कि कुछ शरारती तत्व समाज को तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन लोगों की सूझबूझ के कारण गांव का माहौल शांत है।
एसएसपी ने लोगों से कहा कि समाज को कमजोर करने व सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले शरारती तत्वों की पहचान करें। पुलिस ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेगी। एसएसपी ने कहा कि इस घटना में शरारती तत्वों की पहचान की जा रही है। इसके बाद कार्रवाई होगी।