राजस्थान में 23 नाबालिग बच्चियां टीचर की दिलेरी के चलते तस्करी से बच गईं। सरकारी शिक्षक ने नाबालिग बच्चियों से भरी जीप को रुकवाया। इसके बाद उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। इस दौरान बच्चियों को ले जा रहा एजेंट वहां से फरार होने में कामयाब रहा। दुर्गाराम झाड़ोल तहसील के पारगड़ियां गांव के हैं। दुर्गाराम ने लाइव हिंदुस्तान से बताया कि वो दोपहर का भोजन करने के लिए बैठे थे। तभी एक इंफॉर्मर ने खबर दी कि गांव की बच्चियों को तस्करी कर गुजरात ले जाया जा रहा है। इसके बाद वह भागते हुए घटनास्थल पर पहुंचा।
जीप को रुकवाते ही एजेंट व ड्राइवर भागा
टीचर दुर्गाराम के मुताबिक हमने मौके पर जाकर जब जीप को रुकवाया तो ड्राइवर व एजेंट वहां भाग निकले। जीप में बैठी बच्चियां भी घबरा गईं। एक-एक कर अपने घर लौट गईं। जीप को लेकर थाने गया। इसमें पांच बच्चियों को और एक महिला एजेंट को पुलिस के हवाले किया गया। बाल तस्करी की रिपोर्ट भी शिक्षक दुर्गाराम की ओर से थाने में दी गई।
बच्चियों को गुजरात राजकोट ले जा रहे थे दलाल
अब तक की पूछताछ सामने आया है कि रिछावर गांव से 23 बच्चियों को मजदूरी के लिए जीप में भरकर राजकोट ले जाया जा रहा था। परिजनों ने चंद रुपयों के लालच में दलालों को सहमति दी थी। गुजरात में इन बच्चियों से डोडा चूरा, बीटी, कपास व घरेलू कामकाज करवाया जाता है। कई बार इन बच्चियों के शोषण के मामले भी सामने आए हैं।
कौन हैं शिक्षक दुर्गाराम
झाड़ोल तहसील के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं दुर्गाराम। यहां पोस्टिंग होने के बाद से ही बच्चों को पढ़ाने के साथ बाल तस्करी को रोकने का काम कर रहे हैं। अब तक दुर्गाराम 400 से अधिक बच्चों को बचा चुके हैं।