नोएडा के सेक्टर 93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट में बने अवैध ट्विन टावर गिराने के लिए रविवार को ट्रायल विस्फोट किया गया। दोपहर करीब ढाई बजे तेज धमाके की तरह विस्फोट की आवाज आई। ट्रायल विस्फोट के दौरान बेसमेंट ओर 13वें फ्लोर पर 6 पिलर में करीब चार किलो विस्फोटक लगाया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 31 अगस्त को बिल्डिंग कानूनों का उल्लंघन कर दो टावरों को गिराने का आदेश दिया था।
आज विस्फोट से कितना कंपन हुआ, ध्वनि पॉल्यूशन कितना हुआ और 22 मई को फाइनल ब्लास्ट के दिन कितना विस्फोटक इस्तेमाल किया जाएगा, ये रिपोर्ट आने में करीब दस दिन का समय लगेगा। कंपन जांच के लिए 6 जगह मशीनें लगाई गई थीं। हालांकि, विस्फोट के मौके पर मौजूद साउथ अफ्रीका की कंपनी जेट डिमोलिसन के अधिकारी का कहना है कि जितना सोचा था इस टावर का स्ट्रक्चर उससे अधिक मजबूत है। ऐसे में जितना सोचा था उससे अधिक विस्फोट लगेगा।
शुरुआत में 2500 से 4000 किलोग्राम तक विस्फोटक लगने का अनुमान जताया गया था। ब्लास्ट के दौरान सिविल पुलिस के साथ रैपिड ऐक्शन पुलिस फोर्स भी तैनात थी। अधिकारियों ने बताया कि प्रदूषण जांचने के लिए पीएम 2.5 और 10 के मानक जांचने के लिए मशीन लगा दी गई हैं। साथ ही हवा की दिशा की जांच के लिए मशीन लगाई जाएगी।
आईआईटी चेन्नई, सीबीआरआई और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की देखरेख में ट्रायल विस्फोट हुआ। ब्लास्ट ट्रायल के दौरान सिर्फ टावर के सामने वाली सड़क को ट्रैफिक के लिए बंद किया गया था, बाकी सड़कों पर ट्रैफिक चलता रहा।