पत्रकारों को सीधी के थाने में निर्वस्त्र करने के अमानवीय मामले में पुलिस मुख्यालय से जांच अधिकारी पहुंच गए हैं। वे वहां अपने स्टेनो के साथ दो से तीन दिन तक कैंप कर मामले की जांच पूरी करेंगे और आज वहां पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले रेडियो पुलिस के अधिकारी से थाने के सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं। पीड़ितों व आरोपियों के बयान लेने का सिलसिला दोपहर बाद शुरू होगा।
सीधी पुलिस के कोतवाली थाने में दो अप्रैल को पत्रकारों और रंगकर्मियों के साथ अमानवीय कृत्य किया गया और उन्हें निर्वस्त्र कर दिया गया। पिछले दिनों यह घटना जब सुर्खियां बनी तब दो दिन से हल्ला मचा और टीआई व सब इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया गया। मगर पुलिस के इस अमानवीय कृत्य पर राज्य मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिदेशक व आईजी रीवा से सात दिन में रिपोर्ट मांगी और विपक्षी दल कांग्रेस ने घेराबंदी की तब पुलिस मुख्यालय ने एसएसपी रेडियो अमित सिंह को जांच अधिकारी बनाकर भेजने के आदेश दिए।
सीधी पहुंचे अमित सिंह
एसएसपी रेडियो अमित सिंह आज सीधी पहुंच गए हैं। उन्होंने लाइव हिंदुस्तान से बातचीत में बताया कि उन्होंने सबसे पहले थाने के घटना के दिन के सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं। अब जांच धीरे-धीरे आगे बढ़ेगी और कम से कम दो से तीन दिन में यह जांच पूरी होगी। बताया जाता है कि अमित सिंह ने आज दोपहर बाद पीड़ितों को बयान देने के लिए बुलाया है और वे अपने साथ हुई घटना के साक्ष्य भी पेश करेंगे। आरोपियों से भी उनका पक्ष जानने के लिए बयान लिए जाएंगे कि किन परिस्थितियों में गिरफ्तारी हुई और क्यों कपड़े उतारने का फैसला किया।
निर्वस्त्र लोगों के वीडियो और फोटो जुटाएंगे
जांच अधिकारी अमित सिंह द्वारा दोनों पक्षों के बयान लेने के साथ निर्वस्त्र किए जाने की घटना से जुड़े वीडियो और फोटो को भी जुटाया जाएगा। कपड़े उतारकर थाने में बैठाए जाने की अवधि से लेकर तलाशी में उनके पास मिली सामग्री के बारे में भी पता लगाया जाएगा।