राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री महेशी जोशी में आज जमकर तकरार हुई। राजधानी जयपुर में जल जीवन मिशन की रीजनल काॅन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी ने पीएम मोदी के भाषण का हवाला दिया। महेश जोशी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव के दौरान अजमेर में ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था। लेकिन आज तक यह वादा पूरा नहीं किया गया केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भाषण में पीएम मोदी का जिक्र करने पर आपत्ति जताई। शेखावत ने कहा पहले आप अजमेर का भाषण सुन लें। आप बार-बार पीएम मोदी के बयान का गलत तरीके से उपयोग न करें।
केंद्रीय मंत्री शेखावत की चुप्पी टूटने के मायने
केंद्रीय जल शक्ति गजेंद्र सिंह ने शेखावत ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट पर अपनी लंबी चुप्पी तोड़ दी है। शेखावत की महेश जोशी से हुई तकरार से साफ जाहिर हो गया है कि पीएम मोदी ने ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का कोई चुनावी वादा नहीं किया। केंद्र सरकार ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करेगी। शेखावत ने यह तक कह दिया कि यदि अजमेर के दौरे के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के मामले में एक शब्द भी कहा हो तो मैं अपनी राजनीति छोड़ दूंगा, नहीं तो फिर आप और आपके मुख्यमंत्री राजनीति छोड़ देना।उल्लेखनीय है कि कांग्रेस आऱोप लगाती रही है कि विधानसभा चुनाव में ईस्टर्न कैनाल को पीएम मोदी ने राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था। लेकिन पीएम मोदी ने आज तक यह वादा पूरा नहीं किया है।
सीएम गहलोत ने विधानसभा में भाजपा को घेरा था
सीएम गहलोत ने विधानसभा के बजट सत्र में 23 मार्च को ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट के मामले में भाजपा को जमकर घेरा था। सीएम गहलोत ने कहा कि प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के लिए वह भाजपा नेताओं के साथ पीएम मोदी से मिलने के लिए तैयार है। भाजपा नेता मेरे साथ दिल्ली चले। राजस्थान ने भाजपा को 25 सांसद दिए है। लेकिन सभी सांसद राजस्थान के जुडे़ मुद्दे पीएम मोदी के सामने नहीं उठाते हैं। क्योंकि भाजपा नेता पीएम मोदी और अमित शाह से डरते हैं।
राजनीति में फंस गया ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट
राजस्थान की करीब 3 करोड़ जनता से जुड़ा ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट राज्य एवं केंद्र सरकार के अहम में फंस गया है। प्रोजेक्ट में 37 हजार 247 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसे राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित कर केंद्र सरकार से फंड चाहते हैं। लेकिन केंद्र सरकार हर बार कोई न कोई आपत्ति जताकर फाइल लौटा देती है। सीएम गहलोत पिछले 2 साल में पीएम मोदी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तो कई बार पत्र लिख चुके हैं। कांग्रेस का कहना है कि पीएम मोदी ने वादा किया था। उसे पूरा किया जाए। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज इसका खंडर कर दिया है कि पीएम मोदी ने ऐसा कोई वादा नहीं किया। ईस्टर्न कैनाल राजस्थान प्रोजेक्ट से 13 जिलों अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, दौसा, जयपुर, अजमेर, टोंक, बूंदी, कोटा,बारां और झालावाड़ को लाभ नहीं मिल रहा है। प्रोजेक्ट पूरा होने पर इन जिलों को लाभ मिलेगा।