इजरायल की राजनीति में एक बार फिर से उथल-पुथल मचा हुआ है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि नफ्ताली बेनेट को पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है। ऐसे हालात में एक्सपर्ट्स मानते हैं कि बेंजामिन नेतन्याहू एक बार फिर लौट सकते हैं। आइए जानते हैं कि इजरायल में क्या चल रहा है।
2 साल में 4 बार चुनाव हुए फिर पीएम बने नफ्ताली
2019 से लेकर अब तक इजरायल में अब तक 4 आम चुनाव हो चुके हैं लेकिन किसी भी चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। आखिरी चुनाव मार्च 2021 में हुए थे। इसके बाद भी कोई भी दल बहुमत नहीं साबित कर रहा था तो बेंजामिन नेतान्याहू पीएम बने हुए थे। फिर आया जून 2021। 13 जून 2021 को नफ्ताली बेनेट ने बहुमत साबित किया और बन गए पीएम।
गिर सकती है नफ्ताली की सरकार?
इजरायल की राजनीति पर नजर रखने वाले लोगों ने उस वक्त कहा था कि यह जबरदस्ती का गठबंधन है आयर यह अधिक दिनों तक नहीं चल सकता है और अब ऐसा सच होता दिख रहा है। इदित सिलमन ने नफ्ताली गठबंधन का साथ छोड़ दिया है और अब बेंजामिन नेतान्याहू के साथ हैं।
अब नफ्ताली सरकार के पास बहुमत है या नहीं यह सवाल उठ रहे हैं। यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि नफ्ताली गठबंधन के पास बहुमत से सिर्फ एक सीट अधिक थी जो अब नहीं है। इजरायली मीडिया में कहा जा रहा है कि ऐसे हालात में नफ्ताली की सरकार गिर सकती है और जिसके कारण मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं और बेंजामिन नेतान्याहू की वापसी हो सकती है।
नेतान्याहू की पार्टी के सबसे अधिक सांसद
नेतान्याहू ने नफ्ताली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह कमजोर सरकार है। उन्होंने नफ्ताली गठबंधन के साथियों को नफ्ताली का साथ छोड़ने की अपील की है। बता दें कि इजरायली संसद में नेतान्याहू की पार्टी लिकुड के सबसे अधिक 30 सांसद हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि इजरायली राजनीति में एक बार फिर बेंजामिन नेतान्याहू का युग संभव है।