प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘परीक्षा पे चर्चा’ के तहत देशभर के छात्रों और उनके अभिभावकों और शिक्षकों के साथ बात की। इस दौरान पीएम ने पढ़ाई से लेकर कोरोना वैक्सीनेशन पर छात्रों के तमाम सवालों के जवाब दिए। इस बीच कांग्रेस ने पीएम मोदी पर तंज कसा है। कांग्रेस ने पीएम से सवाल किया है कि ‘चाय पे चर्चा’ और ‘परीक्षा पे चर्चा’ तो हो रही है लेकिन महंगाई पर चर्चा कब करेंगे। कांग्रेस पिछले कुछ दिनों से देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है।
शुक्रवार को महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर देश के सामने महत्वपूर्ण मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और सवाल किया कि वह बढ़ती महंगाई पर संवाद सत्र कब आयोजित करेंगे, जिस तरह ‘चाय पे चर्चा’ और ‘परीक्षा पे चर्चा’ संवाद सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। नाना पटोले ने कहा कि पीएम ‘परीक्षा पे चर्चा’ जैसे कार्यक्रमों के आयोजन में तल्लीन हैं और लगता है कि मुद्रास्फीति, सुस्त आर्थिक विकास और बढ़ती बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दों पर बात करने के लिए उनके पास समय नहीं है। प्रधानमंत्री देश के ज्वलंत मुद्दों को नजरअंदाज कर रहे हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि देश की जनता बढ़ती महंगाई से जूझ रही है और युवाओं को रोजगार मिलना मुश्किल हो रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री किसानों और श्रमिकों की समस्याओं के बारे में बात तक नहीं कर रहे हैं। पटोले ने पूछा, ‘चाय पे चर्चा’, ‘परीक्षा पे चर्चा’ में व्यस्त प्रधानमंत्री मोदी ‘महंगाई पे चर्चा’ कब करेंगे?
लगातार बढ़ रही महंगाई
एमपीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि ईंधन की बढ़ती कीमतों और मुद्रास्फीति ने आम नागरिकों के लिए जीवन कठिन बना दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर रोज बढ़ रही हैं और कमर्शियल एलपीजी की दर में 250 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई है। महंगाई ने सभी स्तरों के लोगों को प्रभावित किया है। एक कप चाय भी अब आम नागरिकों की पहुंच से बाहर है। केंद्र ने आसमान छूती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
यूक्रेन संकट को जिम्मेदार ठहरा चुकी है केंद्र
हालांकि सदन में विपक्ष के महंगाई के सवालों पर केंद्र सरकार ने इसका ठीकरा यूक्रेन और रूस के बीच जंग को ठहराया है। केंद्र सरकार सदन में कह चुकी है कि यूक्रेन संकट के चलते दुनिया भर में आर्थिक मंदी आ रही है और महंगाई बढ़ रही है और इससे भारत भी अछूता नहीं है।