राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में तीन दिन पहले निम्बाहेड़ा में पकड़े गए सूफा संगठन के तीन बदमाशों ने पुलिस को पहले 5 लाख रुपए और फिर बीस लाख रुपए देने की पेशकश की थी। इतनी बड़ी रकम सुनकर कार रुकवाने वाले पुलिसकर्मी चौंक गए। कार में जब विस्फोटक सामग्री मिली और पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो मामला खुला। पूछताछ में यह सामने आया कि वे अपने संगठन सूफा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए चुनाव से पहले जयपुर में विस्फोट की प्लानिंग कर रहे थे। इस मामले की जांच जयपुर एटीएस कर रही है। अब तक पांच लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और कुछ और लोगों को एटीएस ने हिरासत में लिया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बुधवार को निम्बाहेड़ा में पकड़े गए आतंकी जुबेर, सेफू और अल्तमस की कार को पुलिस ने जब रोका तो उन्होंने पुलिस को पांच लाख रुपए का ऑफर देकर छोड़ने को कहा। इस बात को सुनते ही पुलिसकर्मी चौंक गए। निम्बाहेड़ा व आसपास का इलाके में अफीम उत्पादन होता है इसलिए पुलिस को पहले लगा कि ये तस्कर हैं इसलिए ऑफर दे रहे हैं। पुलिस ने जब उनसे सख्ती से पूछताछ की तो बदमाशों ने 20 लाख रुपए लालच दिया। इस पर पुलिस को और ज्यादा शक हुआ कि आखिर ऐसा क्या है इनके पास? कार की तलाशी ली तो आरडीएक्स समेत कई सामान मिले। आखिर में इन बदमाशों ने मुंह मांगी रकम बोलने का भी लालच दिया।
आतंकियों का उदयपुर कनेक्शन
इस मामले की जांच में उदयपुर कनेक्शन सामने आया है। एटीएस ने टोंक से कुछ लोगों को पकड़ा है, जिसमें एक का नाम मुजीब है और वह उदयपुर में गाइड का काम करता है। हालांकि अभी पुलिस ने इस संगठन में उसके रोल का खुलासा नहीं किया है। यह बात स्पष्ट है कि निम्बाहेड़ा, नीमच, मंदसौर, जावरा, रतलाम के अपराधियों का अक्सर उदयपुर नेटवर्क सामने आता है। अक्सर वहां के अपराधी यहां फरारी काटने के लिए आते हैं।
टीम का बढ़ाया हौसला
डीजीपी एमएल लाठर, एटीएस और एसओजी के आईपीएस अशोक राठौड़ ने निंबाहेड़ा के टीम तारीफ की और उनका हौसला अफजाई की। निम्बाहेड़ा में पकड़ने वाली टीम हेड कॉन्स्टेबल प्रमोद कुमार, सुंदर पाल, कॉन्स्टेबल नरेश कुमार, हरविंदर सिंह को उन्होंने बधाई दी है।