Supertech Twin Towers : सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के 40 मंजिला ट्विन टावरों (Twin Towers) को ध्वस्त करने के लिए तेजी से काम हो रहा है। एडिफिस संस्था की ओर से गुरुवार को टावर के सामने वाली सड़क बंद कर दी गई है।
सुपरटेक एमरल्ड कोर्ट के सामने टीन की चादर तथा बेरिकेडिंग लगाकर दोनों ओर की लगभग 500 मीटर सड़क बंद की गई है। यह सड़क गेझा रोड से इस मार्ग को जोड़ती थी। अब गेझा गांव की ओर से आने-जाने वालों को इसके करीब के ही दूसरे रास्ते से जाना होगा। उन्हें करीब एक किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना होगा। इसके अलावा कंपनी द्वारा दोनों टावर के पास स्थित कार ड्राइव एरिया की सड़क को भी तोड़ दिया गया है।
इससे वहां पर कोई वाहन न आ सके। इन टावरों के आस-पास के पूरे क्षेत्र की बेरिकेडिंग भी कर दी गई है। इसके साथ ही इन टावरों में 10 अप्रैल को होने वाले ट्रायल ब्लास्ट की तैयारी भी तेज हो गई हैं। वहीं, धूल उड़ने से लोग परेशान हैं। उन्होंने इस बारे में शिकायत भी की है।
क्या था मामला?
सुप्रीम कोर्ट ने चार अक्टूबर 2021 को सुपरटेक लिमिटेड की याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने सुरक्षा मानकों पर खरा नहीं उतरने के कारण इमारतों को ध्वस्त करने के अपने पूर्व के निर्देश में संशोधन करने से इनकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त, 2021 के अपने फैसले में अवैध इमारतों को तोड़ने के साथ ही फ्लैट खरीदारों को उनकी पूरी रकम लौटाने करने का भी निर्देश दिया था। कोर्ट ने नोएडा के टी-16 (एपेक्स) और टी-17 (सेयेन) ट्विन टावर्स के निर्माण में नोएडा प्राधिकरण और रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक के अधिकारियों की “नापाक मिलीभगत” के लिए उन पर मुकदमा चलाने का भी आदेश दिया था।