गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में स्थित कैंटीन में बुधवार को दिनदहाड़े फायरिंग कर बदमाशों ने दशहत फैला दी। फायरिंग करने वाले ने जाते समय कैंटीन के कर्मचारियों से कहा कि ठेकेदार से बोल देना, आकर मिल लेगा। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश में लग गई है। कहा जा रहा है कि दोनों आरोपी शहर के एक डिग्री कालेज के छात्र हैं।
विश्वविद्यालय परिसर में स्थित कैंटीन का ठेका वर्ष 2021 से रायबरेली के शिवगढ़ निवासी शैलेन्द्र राय को मिला है। कैंटीन में काम करने वाले कर्मचारी अर्जुन ने बताया कि दोपहर करीब 1.13 बजे बाइक से दो लोग आए। उनमें से एक कैंटीन के अंदर आया, जबकि दूसरा बाइक स्टार्ट कर बाहर ही खड़ा रहा। अंदर आए युवक ने घुसते ही ठेकेदार के बारे में पूछा और छत की तरफ पिस्टल कर फायरिंग करते हुए कहा कि ठेकेदार से बोल देना कि आकर मिल लेगा।
फिर उजागर हुई डीडीयू प्रशासन की लापरवाही
डीडीयू परिसर में स्थित कैंटीन में भौकाल बनाने के लिए हुई फायरिंग की घटना ने विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था और विवि प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल दी है। छात्र दहशतजदा हैं तो विवि प्रशासन भी इस लापरवाही पर खुलकर जवाब नहीं दे पा रहा है।
डीडीयू के छात्रों ने बताया कि सुबह 9 से 11 बजे के बीच विवि के मुख्य द्वार पर बेहद सख्ती बरती जाती है। इस दौरान सिर्फ शिक्षकों, कर्मचारियों को ही वाहन अंदर ले जाने की इजाजत होती है। विद्यार्थियों को स्टैंड में ही अपनी साइकिल या बाइक लगाकर पैदल परिसर में प्रवेश करना होता है। दिन में 11 बजे के बाद अमूमन मौका पाकर कई विद्यार्थी परिसर में बाइक से चले जाते हैं। कैंटीन के सामने हमेशा पांच-दस मोटरसाइकिलें खड़ी दिख जाती हैं। बताते हैं कि सत्र खत्म होने के करीब है, इसके बाद भी अभी तक विद्यार्थियों को परिचय पत्र तक जारी नहीं किया गया है। शुल्क की रसीद ही उनके प्रवेश का आधार है।
सीसीटीवी में बदमाश कैद
गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में स्थित कैंटीन में बुधवार को दिनदहाड़े फायरिंग से अफरा-तफरी मच गई। वहीं, फायरिंग करने वाला बदमाश अपने साथी की बाइक पर बैठ कर फरार हो गया। कैंटीन के कर्मचारी अर्जुन ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में कैंट पुलिस के साथ ही स्थानीय खुफिया विभाग के लोग भी मौके पर पहुंच गए। उधर, कैंट पुलिस ने प्राक्टर कार्यालय में लगे सीसी कैमरे के जरिये बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। ठेकेदार शैलेन्द्र राय ने किसी से दुश्मनी होने से इंकार किया है।फायरिंग करने वाले बदमाशों ने भौकाल बनाने के लिए ऐसा किया है। बाहरी लोगों के बाइक से आने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
छात्रों से कहा गया है वे फीस की रसीद अपने साथ रखें। विश्वविद्यालय के गेट पर और परिसर में भी सघन जांच की जाती है। इसे और सख्ती से लागू किया जाएगा। बाहरी छात्र दिखे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।