राजधानी दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में एक दुखद हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो मजदूर थे जो एमटीएनएल के कॉन्ट्रैक्ट पर सीवर लाइन में तार बिछाने का काम कर रहे थे। वहीं, एक ठेकेदार सुरेश और एक रिक्शा चालक सतीश था जो घटना के वक्त वहीं मौजूद था। जब यह मजदूर सीवर लाइन के अंदर फंस गए तो सतीश इनकी आवाज सुनकर उनको बचाने के लिए आया और वह भी इस हादसे का शिकार बन गया।
मृतक रिक्शा चालक सतीश के परिजनों का कहना है कि सतीश हमेशा से ही लोगों की मदद करने के लिए आगे रहता था। सतीश के परिवार में उसकी पत्नी समेत तीन छोटी बेटियां भी हैं। सतीश का परिवार सरकार से मांग कर रहा है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार सतीश के परिजनों को आर्थिक मदद दे ताकि सतीश का परिवार आगे अपना जीवन बिता सके। उसकी तीन छोटी बेटियां हैं। सबसे बड़ी बेटी 11 साल की, दूसरी 7 साल और सबसे छोटी बेटी 1 साल की है।
गौरतलब है मंगलवार दोपहर करीब 11:00 बजे दो मजदूर बच्चू सिंह और पिंटू सीवर लाइन के अंदर तार बिछाने का काम कर रहे थे, लेकिन करीब 2 घंटे तक जब वो बाहर नहीं आए तब उनके ठेकेदार सुरेश कुमार भी उनको बचाने के लिए उसी सीवर लाइन में चले गए और काफी देर तक वह भी बाहर नहीं आए। शाम करीब 4:00 बजे सड़क की दूसरी तरफ एक रिक्शा चालक सतीश खड़ा था उसने सीवर लाइन के अंदर कुछ लोगों को फंसे देखा तो वह भी उन्हें बचाने के लिए अंदर चला गया और उसके बाद वह भी बाहर नहीं आया। इस मामले की सूचना जब पुलिस को मिली तो दिल्ली पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दिल्ली फायर सर्विस, सिविल डिफेंस और NDRF की टीम के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। रात करीब 3:00 बजे चारों लोगों को सीवर लाइन से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने इन सभी को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि ये मजदूर पिछले कुछ दिनों से तार बिछाने का काम कर रहे थे और सीवर लाइन में गैस के कारण इन चार लोगों की दम घुटने से मौत हुई है। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।