पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में लैंडफिल साइट पर सोमवार को लगी भीषण आग को बुझाने का काम अब भी जारी है। घटना के 24 घंटे बाद भी कुछ-कुछ स्थानों पर आग लगी हुई है। इस घटना के बाद उठे धुएं के गुबार का असर आसपास के इलाकों में भी महसूस किया गया। इस बीच, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को इस घटना के संबंध में 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दमकल की चार गाड़ियां मौके पर मौजदू हैं। दमकल विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि आग पर काबू पाने का काम अब भी जारी है और प्रशीतन की प्रक्रिया पूरी होने में अभी कुछ और घंटे लग सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
विभाग के अनुसार, गाजीपुर लैंडफिल साइट में आग लगने की सूचना दमकल विभाग को सोमवार को अपराह्न ढाई बजे मिली थी। दमकल विभाग द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस साल रविवार तक विभिन्न लैंडफिल साइट पर आग लगने की कुल चार घटनाएं हुईं हैं। पिछले साल इसी अवधि में आग लगने की 16 घटनाएं हुईं थी। वहीं, 2020 में 15 और 2019 में ऐसी 37 घटनाएं हुईं थी।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) की स्थाई समिति के अध्यक्ष बीर सिंह पंवार ने पहले बताया था कि आग उच्च तापमान के कारण लगी थी, क्योंकि कचरे में अधिकतर प्लास्टिक थी और कचरे के ढेर से मीथेन गैस लगातार उत्पन्न होती रहती है। उन्होंने बताया था कि ईडीएमसी ने आग बुझाने की प्रक्रिया में मदद के लिए 22 बुलडोजर तैनात किए हैं।
उधर, गाजीपुर लैंडफिल की ताजा घटना को लेकर आम आदमी पार्टी की नेता आतिशि ने भाजपा पर निशाना साधा और ट्वीट कर कहा कि अब दिल्ली नगर निगम को सीधे केंद्र सरकार के तहत लाया जा रहा है, शायद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हमे ये बताएं कि गाजीपुर लैंडफिल साइट के संकट से निपटने की उनकी क्या योजना है।