मैट्रिमोनियल साइट पर फर्जी आईडी बनाकर लड़कियों से शादी के नाम पर करोड़ों रुपये ठगने वाले गैंग का खुलासा करते हुए गाजियाबाद पुलिस की साइबर सेल ने एक नाइजीरियाई युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को शिकागो में आईटी इंजीनियर बताकर लड़कियों को अपने जाल में फंसाता था। पुलिस के मुताबिक, इसके गैंग में मेघालय की महिला भी शामिल है, जो गिरफ्तार आरोपी के दोस्त की पत्नी है। आरोपी के कब्जे से लैपटॉप, दो मोबाइल फोन और तीन एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी ढाई सौ से अधिक महिलाओं से चार करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है।
साइबर सेल के नोडल अधिकारी व सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि राकेश मार्ग निवासी युवती ने सिहानी गेट थाने में केस दर्ज कराया था कि मेट्रोमोनियल साइट के जरिये सिंह गुप्ता नाम के व्यक्ति से उसका संपर्क हुआ। उसने खुद को शिकागो में आईटी इंजीनियर बताते हुए शादी का प्रस्ताव रखा। एक दिन उसने कहा कि वह साढ़े तीन करोड़ रुपये की ज्वेलरी लेकर शादी करने भारत आ रहा है। बाद में उसने खुद को मुंबई एयरपोर्ट पर कस्मट विभाग द्वारा पकड़े जाने की बात कही। अनीता नाम की युवती ने कस्टम अधिकारी बनकर युवती से बात की और मामला रफा-दफा करने के नाम पर पैसों की मांग की। इस तरह युवती से 35 लाख रुपये ऐंठ लिए गए।
अभय कुमार मिश्र का कहना है कि कॉलिंग में इस्तेमाल होने वाले मोबाइल नंबरों और जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई थी, उन्हें खंगालने पर गैंग ट्रेस हो गया। गैंग का सरगना नाईजीरिया निवासी ममादूकोलू उदेकवे साइपीरियन है। वह मेघालय निवासी इबापीडियन घुन एम नोनगेसाई जे नाम की महिला के साथ मिलकर ठगी करता था। मेघालय निवासी महिला ने नाइजीरिया निवासी युवक से शादी की थी, जो कि गिरफ्तार आरोपी का दोस्त है।
ब्लैकमेल करते थे
सीओ ने बताया कि ममादूकोलू उदेकवे साइपीरियन मेट्रोमोनियल साइट पर फर्जी अकाउंट बनाकर लड़कियों से संपर्क करता था। गिफ्ट लेकर भारत आने का झांसा देता था। इसके बाद वह खुद को एयरपोर्ट पर कस्टम द्वारा पकड़े जाने की कहानी रचता। मेघालय निवासी महिला साथी कस्टम अधिकारी बनकर पीड़िता को फोन करती थी, जब पीड़िता रकम ट्रांसफर कर देती तो रिश्वत देने के आरोप में जेल भेजने की धमकी देकर रकम ऐंठती थी।
फर्जी आईडी पर खाते
पुलिस का कहना है कि नाइजीरियाई आरोपी ने मेघालय निवासी महिला की आईडी फोटोशॉप से एडिट करके अलग-अलग बैंकों में खाते खुलवाए हुए थे। अभी तक आठ खाते ट्रेस हुए हैं, जिनमें 90 लाख रुपये की ट्रांजेक्शन मिली है। साथ ही दो विदेशी खाते भी मिली हैं, जिनके बारे में संबंधित बैंकों को ईमेल भेजकर जानकारी मांगी गई है। आरोपियों के और भी बैंक खाते ट्रेस होने की संभावना है।
भारत आया पर वापस नहीं लौटा आरोपी
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि ममादूकोलू उदेकवे साइपीरियन मार्च 2013 में एक महीने के वीजा पर भारत घूमने आया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। वह तभी से दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में अवैध रूप से रह रहा था। अक्टूबर 2017 में उसके पासपोर्ट की अवधि भी समाप्त हो गई।
लैपटॉप में मिली लड़कियों से चैटिंग
साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि आरोपी का लैपटॉप खंगाला तो उसमें ढाई सौ लड़कियों संग चैटिंग की जानकारी मिली। उसने सभी को विदेश में इंजीनियर बताकर शादी का झांसा दिया हुआ था। इससे जाहिर है कि नाइजीरियाई युवक मेट्रोमोनियल साइट के अलावा फेसबुक पर दोस्ती करके भी महिलाओं को फंसाकर उनसे ठगी करता था।