यूपी के 24 जिलों में 12वीं कक्षा के अंग्रेजी का पेपर लीक हो जाने से परीक्षा रद्द कर दी गई है। परीक्षा रद्द होने के चलते पेपर देने आए छात्रों की तैयारियां धरी की धरी रह गईं। चुनाव से पहले भी यूपी टीईटी परीक्षा का पेपर लीक हो चुका है। हालांकि अभी यह मामला थमा भी नहीं था कि बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक हो गया। एक तरफ दूसरी बार सत्ता में लौटी सरकार के लिए एक बार फिर साल्वर गैंग को पकड़ना चुनौती बन गया है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने भी इसे मुद्दा बना लिया।
पेपर लीक होने की जानकारी होते अखिलेश ने ट्वीट कर योगी सरकार को घेरा। इसके बाद बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्वीट के जरिए सरकार कई सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। मायावती ने ट्वीट कर लिखा, यूपी बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक होने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज दोपहर इण्टर की अंग्रेजी विषय की परीक्षा होने से पहले पेपर लीक होने के बाद गोरखपुर व वाराणसी सहित प्रदेश के 24 जिलों में परीक्षा रद्द करनी पड़ी है।
छात्रों के जीवन से बार-बार ऐसा खिलवाड़ क्या उचित? मायावती ने लिखा, उत्तर प्रदेश में बार-बार पेपर लीक होने से ऐसा लगता है कि नकल माफिया सरकार की पकड़ व सख्ती से बाहर हैं, किन्तु इस प्रकार की गंभीर घटनाओं से प्रदेश की पूरे देश में होने वाली बदनामी आदि के लिए असली कसूरवार व जवाबदेह कौन? इसके बाद उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की।
कागज का ही बुलडोजर चलवा दे भाजपा सरकार : अखिलेश
अखिलेश यादव ने पेपर लीक को व्यवसाय बताते हुए कहा कि रोजगार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर ऐसा किया है। अखिलेश यादव ने पेपर लीक की खबर को साझा करते हुए ट्वीट किया, ”उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है। युवा कह रहे हैं कि रोजगार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती है। भाजपा सरकार अपने इन पेपर माफ़ियाओं पर दिखाने के लिए सही, कागज का ही बुलडोजर चलवा दे।
इन जिलों में रद्द की गई परीक्षा
अधिकारी ने बताया कि जिन जिलों में परीक्षा रद्द की गई है उनमें आगरा, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, बागपत, बदायूं, शाहजहांपुर, उन्नाव, सीतापुर, ललितपुर, महोबा, जालौन, चित्रकूट, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, गोंडा, गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया, वाराणसी, कानपुर देहात, एटा और शामली शामिल हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन जिलों में अंग्रेजी की परीक्षा की तिथि बाद में घोषित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन जिलों के जिलाधिकारियों को छात्रों को परीक्षा रद्द होने के बारे में सूचित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि अगर छात्र पहले ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए हैं तो वे अपने-अपने घर लौट जाएं।