रामपुर के सैदनगर विकास खंड स्वार क्षेत्र के पसियापुरा गांव में सोमवार को हेड मास्टर के दो थप्पड़ मारने और हाथापाई के साथ अभद्रता करने से नाराज शिक्षिका ने बदले में समझौते के तहत हेडमास्टर को दो जूते मारे। आरोप है कि पांच मिनट देर से स्कूल आने पर भड़के हेड मास्टर ने शिक्षिका के साथ हाथापाई की थी। इस दौरान स्कूल में जमकर हंगामा हुआ था। बाद में हुई पंचायत में बदले में शिक्षिका के पैर छूकर माफी मांगने और थप्पड़ का बदला जूता मारकर लेने पर समझौता हो गया।
हाथापाई का यह मामला पुलिस तक पहुंचा तो शिक्षा विभाग सक्रिय हो गया। स्वार से कई शिक्षक समझौता कराने के लिए स्कूल में पहुंच गए। स्कूल में पंचायत हुई। पंचायत में शिक्षक, ग्राम प्रधान एवं दर्जनों ग्रामीणों ने भी हिस्सा लिया। समझौते में तय हुआ कि हेड मास्टर संजय भरी पंचायत में शिक्षिका गीता के पैर पकड़कर माफी मांगेंगे। पंचायत के फरमान को पूरा करते हुए आरोपी हेड मास्टर शिक्षिका के पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगा। इस दौरान शिक्षिका ने भी खुद को पड़े थप्पड़ का जवाब जूता मार कर दिया। हंगामे के चलते गांव में दो घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। सूचना पर गांव पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन की, लेकिन समझौता होने की बात कहकर पुलिस को लौटा दिया गया।
भविष्य में नहीं होगी ऐसी कोई घटना
पसियापुरा जूनियर हाई स्कूल में तैनात हेड मास्टर संजय और सहायक अध्यापिका गीता ने बताया हमारे बीच में अब समझौता हो गया है। हम भविष्य में ऐसी कोई भी घटना नहीं करेंगे जिससे कि हमें अपमानित होना पड़े।
समझौता कराने को सक्रिय हुआ था विभाग
हेड मास्टर और सहायक अध्यापिका के बीच हुई महाभारत के बाद स्वार शिक्षा विभाग समझौता कराने को सक्रिय हो गया था। इस दौरान कई रसूखदार शिक्षक गांव पहुंच गए थे और पंचायत कर मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन शिक्षिका थप्पड़ के बदले जूते मारने की बात पर अड़ी रही। मगर मामला बनने के बजाय तूल पकड़नें लगा। सूत्रों की मानें तो मामला इतना गंभीर हो गया था की रामपुर से कई राजनीतिक और कानूनी ज्ञान रखने वाले लोग भी पहुंच गए थे। स्कूल में करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद शर्तों के मुताबिक समझौता करा दिया गया।
हंगामे की सूचना पर गांव पहुंची थी पुलिस
पसियापुरा के स्कूल में सुबह 10 बजे से 12 बजे तक हंगामे के चलते अफरा तफरी का माहौल रहा। स्कूल में हंगामे की सूचना मिलते ही थाना पुलिस गांव पहुंच गई थी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही पंचायत को आए लोगों ने समझौता करा दिया था। स्कूल में पहुंची पुलिस को देखकर पंचायत में जुटे सभी लोग एक-एक कर मौके से खिसक गए थे। प्रभारी निरीक्षक ने बताया किसी ग्रामीण के फोन पर गांव के स्कूल में हंगामे की सूचना मिली थी, जबकि हंगामे का कोई कारण भी पुलिस को नहीं बताया गया था। किसी भी घटनाक्रम का कोई शिकायती पत्र भी पुलिस को नहीं दिया गया है।
पांच मिनट देर से पहुंचने पर हुआ था विवाद, काफी देर तक हुई धक्का-मुक्की
स्वार क्षेत्र के पसियापुरा के स्कूल में इस समय कक्षा सात और आठ के पेपर चल रहे हैं। हेड मास्टर सुबह स्कूल पहुंचे तो सहायक अध्यापिका तब तक स्कूल नहीं पहुंची थी। स्कूल समय के पांच मिनट बाद शिक्षिका स्कूल आईं तो हेड मास्टर भड़क गए। इस दौरान दोनों के बीच कहासुनी हो गई। मामले ने तूल पकड़ा तो आरोपी हेड मास्टर ने शिक्षिका को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद दोनों में काफी देर तक धक्का-मुक्की होती रही। स्कूल में हेड मास्टर और शिक्षिका के बीच महाभारत देख छात्रों में सनसनी फैल गई।
पसियापुरा के स्कूल में सोमवार को हुई घटना काफी निंदनीय थी। हेड मास्टर को भी शिक्षिका के साथ हाथापाई नहीं करनी चाहिए थी। समझौते में भी जो हुआ वह भी सरासर गलत था। ऐसी घटनाओं से छात्रों पर गलत असर पड़ता है। फिलहाल अब हेड मास्टर एवं शिक्षिका के बीच समझौता करा दिया गया है।