मध्य प्रदेश के नीमच में एक बेटी का पिता 20 दिन से आमरण अनशन पर बैठा हुआ है। उसकी बेटी का 14 महीने पहले अपहरण हुआ था, लेकिन आज तक उसका कुछ पता नहीं चल सका है। अब कलेक्ट्रेट के बाहर आमरण अनशन बैठा शख्स प्रशासन से बस एक ही सवाल पूछ रहा है कि मेरी बेटी जिंदा है या मर गई। अगर वह मर गई है तो बताएं, मैं उसका अंतिम संस्कार कर दूं।
किडनैपर गिरफ्तार पर नहीं मिली बेटी
यह वाकया है नीमच के आतरीमाता गांव का। यहां पर राकेश नाम के शख्स की 22 साल की बेटी का 23 जनवरी 2021 को अपहरण हो गया था। दैनिक भाष्कर के मुताबिक इसके बाद 28 जनवरी को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार भी कर लिया था। मामले में आरोपी योगी, शाहरुख और संदीप तीनों नीमच के ही रहने वाले हैं। एक नाबालिग आरोपी सुधार गृह में है। अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के बावजूद पुलिस अपहृत लड़की के बारे में कोई सुराग नहीं हासिल कर चुकी।
बिगड़ चुकी है तबियत
अपनी बेटी के बारे में जानकारी मांगते-मांगते जब राकेश थक गया तो वह कलेक्ट्रेट के करीब आमरण अनशन पर बैठ गया। इस दौरान कई बार उसकी तबियत भी बिगड़ चुकी है। प्रशासन ने उन्हें मेडिकल सहायता भी मुहैया कराई है। मामले को लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा भी सवाल उठाए जा चुके हैं। इसके बावजूद अभी तक पुलिस कोई उचित जवाब नहीं दे सकी है।
दिग्विजय सिंह ने किया ट्वीट
इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी ट्वीट कर चुके हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 14 माह से लापता बेटी के पिता 20 दिन से भूख हड़ताल पर। नीमच में 14 माह से लापता बेटी नेहा जोशी के पिता दर-दर की ठोकरें खाने के बाद पिछले 20 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। लेकिन प्रदेश सरकार और प्रशासन अनजान बना हुआ है। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को टैग करते हुए उन्होंने पूछा है शिवराज चौहान जी, क्या इस भांजी के पिता को न्याय मिलेगा?