दिल्ली को मार्च में ही लू के थपेड़े झुलसाने लगे हैं। कई इलाकों में सोमवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि कई इलाकों में अगले दो दिनों के बीच भीषण लू (सीवियर हीट वेव कंडीशन) जैसी स्थिति रह सकती है।
दिल्ली में आमतौर पर मार्च का महीना जाड़े की वापसी और गर्मी के आगमन वाला रहता है। आमतौर पर तापमान खुशनुमा बना रहता है। अप्रैल के बाद से तेज झुलसाने वाली गर्मी शुरू होती है, लेकिन इस बार मार्च में ही झुलसाने वाली गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में सोमवार को दिन चढ़ने के साथ धूप तीखी हो गई। दोपहर के समय लोगों को गर्म हवा के थपेड़े भी महसूस हुए। दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला में दिन का अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। सोमवार का दिन इस सीजन का सबसे अधिक गर्म वाला दिन रहा।
नरेला में 42 डिग्री पर पहुंचा पारा
दिल्ली के नरेला इलाके में लोगों को सबसे ज्यादा गर्मी झेलनी पड़ी। नरेला मौसम केन्द्र में अधिकतम तापमान सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा लोधी रोड, आयानगर, रिज, नजफगढ़, नरेला, पीतमपुरा और स्पोर्ट्स कांप्लेक्स मौसम केन्द्र में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया गया।
दो दिन भीषण गर्मी के आसार
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिन भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं। इस दौरान अलग-अलग हिस्सों में गंभीर लू की स्थिति बनने की संभावना है। अधिकतम तापमान 40 और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री से अधिक रहने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से लू की चेतावनी के लिए अलर्ट भी जारी किया गया है।
क्यों पड़ रही भयंकर गर्मी
इस बार जनवरी और फरवरी में सामान्य से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके चलते मौसम खुशनुमा रहा था और लोगों को प्रदूषण से भी राहत मिली थी। लेकिन, अलग-अलग मौसम के कारकों के चलते मार्च में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं आ पाए। आमतौर पर मार्च में तीन से अधिक पश्चिमी विक्षोभ आते हैं। इनके चलते तेज हवा चलती है और हल्की बारिश होती है। पश्चिमी विक्षोभ नहीं आने से मौसम खासा गर्म हो गया है, जबकि इस समय हवा राजस्थान की ओर से आ रही है। वहां भी लू जैसी स्थिति बनी हुई है। इसके चलते दिल्ली के लोगों को सामान्य से अधिक गर्मी झेलनी पड़ रही है।
राहत की उम्मीद नहीं
दिल्ली के लोगों को झुलसाने वाली भीषण गर्मी से अभी राहत की उम्मीद नहीं है। अगले सप्ताह भर के दौरान किसी भी सक्रिय विक्षोभ के आने की संभावना नहीं है, इसलिए अधिकतम तापमान आमतौर पर सामान्य से ज्यादा बने रहने के आसार हैं।
लू की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 40 डिग्री से अधिक और सामान्य से 4.5 डिग्री ज्यादा होने पर उसे लू की स्थिति और सामान्य से 6.4 डिग्री ज्यादा होने पर उसे गंभीर लू की स्थिति मानी जाती है। यह स्थिति लगातार दो दिन रहने पर ही उसे लू की स्थिति मानी जाती है। मैदानी इलाके के लिए अधिकतम तापमान की सीमा 40 डिग्री और पहाड़ी इलाके के लिए अधिकतम तापमान की सीमा 30 डिग्री सेल्सियस है। जबकि, 45 डिग्री से अधिक तापमान होने पर उसे लू और 47 डिग्री से ज्यादा होने पर उसे गंभीर लू की स्थिति माना जाता है।