हफ्ते के पहले कार्यदिवस पर नोएडा, गुरूग्राम व दिल्ली को जोड़ने वाली मजेंटा कॉरीडोर (जनकपुरी पश्चिम से बॉटेनिकल गार्डन नोएडा) पर सिग्नलिंग में आई खराबी के चलते मेट्रो ट्रेन अटक-अटक कर चली। यात्रियों को मेट्रो के लिएस्टेशन पर 30-30 मिनट तक का इंतजार करना पड़ा। यही नहीं नेहरू एनक्लेव से बॉटेनिकल गार्डन की दूरी 25 मिनट में पूरा होता था, उसके लिए 45 मिनट से अधिक का समय भी जाया करना पड़ा।
हालांकि मेट्रो का दावा है कि सिग्नलिंग की तकनीकी खराबी एक घंटे में दूर कर ली गई थी। जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह करीब साढ़े दस बजे ही मेट्रो में खराबी शुरू हो गई थी। यह खराबी जनकपुरी पश्चिम से एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन के बीच आई थी। उसके चलते मेट्रो की रफ्तार को सुरक्षा कारणों से काम किया गया था। उसका असर यह हुआ कि मेट्रो की फ्रीक्वेंसी कम हो गई। यात्रियों का यात्रा का समय बढ़ना शुरू हो गया।
एक समय ऐसा आया कि यात्रियों को एक ही स्टेशन पर 30-30 मिनट तक मेट्रो का इंतजार करना पड़ा। मेट्रो का कहना है कि मेट्रो की तकनीकी खामी को करीब 12 बजे ठीक कर लिया गया था। इस दौरान लाइन पर मेट्रो की रफ्तार कम रही पूरी लाइन पर यात्रियों को थोड़ी परेशानी हुई है। हालांकि दोपहर करीब दो बजे मेट्रो में सफर करने वाले यात्री नितेश ने बताया कि उन्होंने नेहरू एनक्लेव से बॉटेनिकल गार्डन के बीच सफर किया।
पहले तो उन्होंने मेट्रो के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। उसके बाद जो सफर वह रोजाना 25 से 30 मिनट में पूरा कर लेते थे उसके लिए 45 मिनट के करीब समय लगा। सोशल मीडिया पर भी यात्रियों ने मेट्रो की खराबी को लेकर गुस्सा जाहिर किया है। यात्रियों का कहना है कि मेट्रो में सुबह साढ़े दस बजे के करीब ही समस्या शुरू हो गई थी। मगर मेट्रो ने करीब पौने ग्यारह पर सोशल मीडिया पर खराबी की सूचना थी। उस समय तक स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ लग गई थी। यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि सोमवार को ही मेट्रो क्यों खराब होती है। बताते चले कुछ दिन पहले ब्लू लाइन, येलो व वायलेट लाइन पर भी सिग्नलिंग की खराबी के चलते यात्रियों को परेशानी हुई थी।