आठ राज्यों में वांटेड एक चोर 10 करोड़ की संपत्ति का मालिक है। उसके पास तीन लग्जरी कारें हैं, नोएडा के समृद्ध अपार्टमेंट में रहता है, बच्चे टॉप स्कूल में पढ़ते हैं, वह इस वक्त उदयपुर में पुलिस रिमांड पर है। इसका नाम है-नदीम कुरैशी उर्फ कपिल त्यागी जो फरीदाबाद का रहने वाला है। पुलिस उसे तिहाड़ जेल से पकड़कर लाई है। उसने यहां पिछले साल एक फ्लैट से 9 लाख रुपए कैश और जेवरात चोरी किए थे।
सवीना थानाधिकारी रवींद्र चारण ने बताया कि 23 अगस्त 2021 को गिरजा व्यास पेट्रोल पंप के पास आरएसजी कॉन्प्लेक्स में निवासी भवन्त कुमार ने मामला दर्ज कराया था कि उस दिन पति पत्नी घर से किसी काम से बाहर गए थे। वापस पहुंचे तो देखा कि मकान के ताले टूटे हुए थे। इसी दौरान चोर फ्लैट की अलमारी से 9 लाख रुपये के जेवरात और नकदी चोरी करके ले गए।
इन आठ राज्यों में वांटेड है
पुलिस ने बताया कि कुरैशी ने आठ राज्यों-दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में खूब चोरियां की हैं। पुलिस ने कहा कि वह अक्सर अपने सहयोगियों के साथ घरों में घुसने के लिए मुंबई और पुणे के लिए उड़ान भरता था, दिल्ली पुलिस के मुताबिक यह 2016 का रिकॉर्ड है।
500 से अधिक घरों के ताले तोड़े
देश भर के आठ राज्यों में कथित तौर पर नदीम कुरैशी ने 500 से अधिक घरों के ताले तोड़े हैं। दिल्ली में, इस चोर ने IFS, हिंदुस्तान टाइम्स और सुप्रीम एन्क्लेव अपार्टमेंट और दक्षिणी दिल्ली के कई बंगलों और अपार्टमेंट्स को निशाना बनाया। पुणे में हिंजेवाड़ी, पिंपरी, चिंचवाड़, निगडी, वारजे, सहकारनगर, भारती विद्यापीठ, सांगवी जैसे क्षेत्रों को निशाना बनाया।
21 साल से चोरी कर रहा है और 6 बार ही गिरफ्तार हुआ
पुलिस के मुताबिक नदीम युसूफ बंगाली कुरैशी उर्फ कपिल हरबीर त्यागी (38) पिछले 21 साल से चोरी कर रहा है और इस दौरान सिर्फ छह बार पकड़ा गया है। 2016 में इसको पूर्वी दिल्ली के एक मॉल से तब गिरफ्तार किया था जब वो अपने दोस्त से मिलने के लिए वहां गया था।
दस करोड़ की संपत्ति का मालिक
कुरैशी अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ नोएडा के एक समृद्ध अपार्टमेंट में रहता है, बच्चे सबसे अच्छे स्कूलों में पढ़ते हैं। उसके पास 10 करोड़ रुपये की संपत्ति और तीन लग्जरी कारें हैं, जो उसके रिश्तेदारों के नाम पर फर्जी तरीके से दर्ज हैं। इस चोर ने नवी मुंबई में 1.5 करोड़ रुपये में जमीन भी खरीदी थी और उसके नाम कुछ बेनामी संपत्तियां हैं।
अब पढ़िए… मवेशी चोरी करने से लेकर बड़ा चोर बनने की कहानी
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, ‘कुरैशी 20 साल का था जब उसने अपनी पहली चोरी की। उसने उत्तर प्रदेश के फरीदनगर में अपने गांव से मवेशी चुराए। पहली बार 1999 में मवेशी चोरी के एक मामले में हत्या के प्रयास के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, कुरैशी को डासना जेल भेजा गया, जहां उसकी मुलाकात कालीचरण उर्फ कालू से हुई, जो बाद में उसका गुरु बना। वह वहां से नई तरकीबें सीखकर जेल से बाहर आया।
चोर की मॉडस ऑपरेंडी
कुरैशी केवल पॉश अपार्टमेंट को ही अपना निशाना बनाता है। कभी भी अपने निजी नंबर से टेलीफोन नहीं करता है। चोरी के लिए ‘नदीम गिरोह’ ज्यादातर उन अपार्टमेंट्स का चयन करता है, जहां सुरक्षा गार्ड सावाधानी नहीं रखते हैं या बहुत पुराने होते हैं। वो होंडा सिटी और एस्कोडा जैसी लग्जरी कारों में ही वारदात करने जाता है। गार्ड को चकमा देने के लिए महंगे कपड़े पहनता है। वह (दरवाजे की कुंडी तोड़ने के लिए) उपकरणों को छिपा कर ले जाते हैं। गिरोह के दो सदस्य पीछे वाले ब्लॉक में जाते हैं। दो लोग सबसे ऊपरी मंजिल को सबसे पहले निशाना बनाते हैं। उन अपार्टमेंट में चोरी करते हैं जो बाहर से बंद होते हैं। ये लोग केवल नकदी और जेवर ही चुराते हैं।