मध्य प्रदेश में देवास जिले के एक गांव में बेटी को जन्म देने पर महिला को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक 22 वर्षीय महिला को उसके ससुरालवालों ने कथित रूप से बांधकर गर्म सरिये से दाग दिया। इससे उसके हाथ-पैरों में जख्म हो गए।
मायके वाले देखने पहुंचे तो खुला मामला
इस मामले में इस महिला के पति, सास एवं ससुर सहित पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। बरोठा के थाना प्रभारी शैलेन्द्र मुकाती के सोमवार को बताया कि यह घटना देवास जिला मुख्यालय से करीब 22 किलोमीटर दूर बरोठा थानाक्षेत्र के नरियाखेड़ा गांव में 16 मार्च को हुई। उन्होंने कहाकि मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता के मायके वाले अपनी बेटी से मिलने उसके गांव आए।
देवरानी को बेटा हुआ तो प्रताड़ित करने लगे
मुकाती ने बताया कि इंदौर जिले में खुड़ेल क्षेत्र के तिल्लोर की लक्ष्मी की तीन साल पहले देवास के नरियाखेड़ा के बबलू झाला के साथ शादी हुई थी। एक साल बाद उसने बेटी को जन्म दिया। थाना प्रभारी के अनुसार चूंकि लक्ष्मी की देवरानी ने बेटे को जन्म दिया था तो घरवाले लक्ष्मी को प्रताड़ित करने लगे। पुलिस के मुताबिक पति बबलू और ससुरालवाले हर वक्त बहू को ताना देते थे। स्थिति धीरे-धीरे मारपीट तक पहुंच गयी। मुकताती ने कहा कि 16 मार्च को लक्ष्मी के पति बबलू, उसके ससुर भेरू झाला, सास मंजू झाला, देवर अंकित झाला एवं देवरानी काजल झाला ने प्रताड़ना की हदें पार कर दीं। उन्होंने उसे बांधकर गरम सरिये से दाग दिया।
सभी आरोपी हुए फरार
पुलिस अधिकारी ने बताया कि लक्ष्मी की हालत खराब होने की जानकारी मिलते ही उसके मायके वाले उसके ससुराल पहुंचे। जब उन्होंने उसे देखा तो उनके होश उड़ गए। थाना प्रभारी के अनुसार मायके वालों ने पुलिस में शिकायत की और फिर बरोठा थाने में लक्ष्मी ने अपने साथ हुए अत्याचार की कहानी पुलिस को बताई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर उसके पति, ससुर, सास, देवर एवं देवरानी के खिलाफ भादंसं की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और लक्ष्मी की मेडिकल जांच करवाई गई। मुकाती ने बताया कि फिलहाल लक्ष्मी का इलाज किया जा रहा है, जबकि पांचों आरोपी फरार हो गए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।