छिजारसी से बच्ची के अपहरण के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। आरोपी ने होली पर बलि चढ़ाने के लिए अपने साथी के साथ मिलकर बच्ची का अपहरण किया था। आरोपी शादी न होने की वजह से देवताओं को खुश करने के लिए बच्ची की बलि देना चाहता था। पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि तांत्रिक की तलाश में दबिश दी जा रही है।
बता दें कि सेक्टर-63 थाना क्षेत्र के छिजारसी निवासी शत्रुघ्न कुमार ने पुलिस को सूचना दी थी कि रविवार को उनकी सात वर्षीय भतीजी घर के बाहर खेल रही थी। इसी बीच अपहरण कर लिया था। परिजनों और पड़ोसियों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन बच्ची का सुराग नहीं लगा था। इसके बाद पुलिस को शिकायत दी थी।
शादी के चक्कर में बच्ची की बलि देना चाहता था सोनू
डीसीपी सेंट्रल हरीश चंदर ने बताया कि पुलिस पूछताछ में आरोपी सोनू वाल्मिकी ने खुलासा किया कि काफी समय से उसकी शादी नहीं हो रही थी। इस वजह से वह तनाव में रहता था। सोनू ने बताया कि उसका नजदीकी रिश्तेदार बागपत के खामपुर लोहारी निवासी सतेन्द्र उर्फ सोनू तांत्रिक है। सतेंद्र ने सोनू को बताया कि होली पर शुभ मुहुर्त है। देवताओं को खुश करने के लिए एक बच्चे की बलि देनी होगी। बलि देने के बाद जल्दी ही शादी हो जाएगी। इसके बाद मुख्य आरोपी सोनू व उसके साथी नीटू ने 13 मार्च को छिजारसी कॉलोनी से 7 वर्षीय बच्ची का अपहरण किया था। ताकि होली पर उसकी बलि दे सके। आरोपी सोनू छिजारसी कॉलोनी में ही बच्ची के पड़ोस में रहता है।