जिला विधिक संघ के सदस्य अधिवक्ता मनोज कुमार (48 वर्ष) की हत्या कर शव को मोहनापुल के समीप एनएच किनारे एक खेत में फेंक दिया गया। सोमवार की सुबह पुलिस ने शव बरामद किया। उनके सिर में गोली लगने के निशान मिले हैं। चेहरा खून से लथपथ था। वे रविवार दोपहर घर से अपनी बाइक से निकले थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेज दिया। अधिवक्ता चकिया थाना क्षेत्र के माधोपुर कोइरगांवा के निवासी थे। बताते हैं कि वे चार वर्ष पूर्व अपने पिता वृजुनाथ द्विवेदी की हत्या मामले में सजा काट चुके थे।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि रविवार दोपहर को किसी काम के लिए निकले थे। परंतु जब देर रात तक घर नहीं पहुंचे तो अन्य जगहों पर पता किया गया। परंतु कहीं पता नहीं चला। मृतक के पुत्र अमन, दो पुत्री व पत्नी पुष्पा देवी का रो-रो कर बुरा हाल था। पोस्टमार्टम के बाद शव पहुंचते ही गांव में चारों ओर मातम छा गया।
थानाध्यक्ष अभिनव कुमार दुबे ने बताया कि कहीं अन्यत्र हत्या कर शव को मोहनापुल के समीप एनएच किनारे फेंक दिया गया। बताया कि मामले में अभी तक एफआईआर के लिए कोई आवेदन नहीं आया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।