वेलकम इलाके में दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल ने एक नाबालिग को जांच के लिए रोका तो उसने अपनी मां को फोन कर मौके पर बुला लिया। कुछ देर में मां एक शख्स को लेकर पुलिस बैरिकेड पर पहुंच गई। महिला ने बेटे को पकड़ने वाले कांस्टेबल को एक के बाद एक कई थप्पड़ जड़ दिए, कांस्टेबल ने विरोध करने का प्रयास किया। तो कांस्टेबल की पिटाई शुरू कर दी कपड़े फाड़ दिए।
पीड़ित कांस्टेबल की सूचना पर थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दोनों आरोपियों को काबू किया। पीड़ित रविंद्र के बयान पर पुलिस ने केस दर्ज कर महिला और उसके जानकार की पहचान कर जांच शुरू कर दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला एक राजनीतिक पार्टी से निगम चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित रविंद्र दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल हैं, फिलहाल उनकी तैनाती वेलकम थाने में है। शाम के समय उनकी ड्यूटी ईदगाह पुलिया 66 फुटा रोड पर पुलिस बैरिकेड पर लगी थी। वह अपने साथी कांस्टेबल मुकेश के साथ मिलकर वाहनों की जांच कर रहे थे। इसी बीच एक स्कूटी पर दो नाबालिग आते हुए दिखाई दिए, रविंद्र ने इशारा करके उन्हें रूकने के लिए कहा। वह रूकने की बजाय स्कूटी लेकर भागने लगे।
उसी दौरान उनकी स्कूटी एक वाहन से टकराकर गिर गई, मुकेश ने दोनों को पकड़ कर रविंद्र को सौंप दिया। कांस्टेबल ने स्कूटी चलाने वाले नाबालिग से स्कूटी के कागजात मांगे, आरोप है इस पर नाबालिग ने पुलिसकर्मी से बहस करनी शुरू कर दी। बैरिकेड से कुछ दूर जाकर उसने अपनी मां को फोन कर दिया। कुछ देर के बाद नाबालिग की मां अपने एक परिचित के साथ बैरिकेड पर पहुंची और नाबालिग ने रविंद्र की ओर इशारा करके कहा कि इसने स्कूटी रोकी है। महिला ने सबक सीखाने की बात कहकर तीन से चार थप्पड़ पुलिसकर्मी के मार दिए, पुलिसकर्मी ने विरोध किया तो महिला के परिचित ने भी उसके साथ मारपीट की।